
खिलाड़ियों के लिए शासन शहर-शहर गांव-गांव स्टेडियम बनाया है। इसका उद्देश्य क्षेत्र के खिलाड़ियों को बेहतर मैदान मिलने के साथ किसी प्रकार का परेशानी का सामना करना ना पड़े। एक गांव में शासन-प्रशासन ने खेतों के बीचों बीच खेल स्टेडियम बना दिया, लेकिन रास्ता बनाना भूल गए। नतीजा यह है कि खिलाड़ियों को मैदान तक जाने के लिए रास्ते नहीं होने से स्टेडियम तक नहीं जा पा रहे हैं। आलम यह है कि स्टेडियम में खिलाड़ियों की जगह नशेडी अपना खेल खेलते हैं।
धमतरी जिला मुख्यालय से करीब 75 किलोमीटर दूर बेलर गांव है। यहाँ 2015-16 में 51 लाख की लागत से एक मिनी खेल स्टेडियम का निर्माण करवाया गया था। स्टेडियम तो खेत के बीचों-बीच बना दिया, लेकिन रास्ता नहीं बनाया गया।
बीते 9 दस साल में कई सरपंच, कलेक्टर और कई अधिकारी बदल गए, लेकिन किसी ने स्टेडियम तक पहुंचने के लिए रास्ता बनाने के लिए जरूरी नहीं समझा। स्थिति ये है की स्टेडियम में उपद्रवी लोगों का जमघट लगा रहता है। स्टेडियम में नशेडी मदिरापान-धूम्रपान जैसे मादक पदार्थ का सेवन कर गाली गलौज करते रहते हैं। खिलाड़ियों ने बताया कि जब स्टेडियम को बनाया गया तो रास्ता नहीं बनाया गया। यही कारण है खिलाड़ी मैदान में खेलने नहीं जा पा रहे हैं। इसका फायदा शराबी उठा रहे हैं। स्टेडियम में शराबियों का जमघट सजा रहता है। वे भद्दी-भद्दी गालियां देने के साथ जमकर धूम्रपान का सेवन करते रहते है। बहरहाल, कलेक्टर ने इस मामले संज्ञान में लेकर ग्राम के सरपंच से बात कर स्टेडियम को सुधारने की बात कही।