महाकालेश्वर मंदिर के द्वितीय तल पर श्री नागचन्द्रेश्वर मंदिर के पट साल में एक बार 24 घंटे सिर्फ नागपंचमी के दिन खुलते हैं। हिंदू धर्म में सदियों से नागों की पूजा की परंपरा रही है। इन्हें भगवान का आभूषण माना गया है। महाकाल मंदिर के गर्भगृह के ऊपर ओंकरेश्वर मंदिर और उसके शीर्ष पर श्री नागचन्द्रेश्वर का मंदिर है। इस प्रतिमा के दर्शन के उपरांत अंदर प्रवेश करने पर श्री नागचन्द्रेश्वर की मुख्य प्रतिमा (शिवलिंग) के दर्शन होते हैं।










