रायपुर। 1 जनवरी से देशभर में फास्ट टैग हाईवे के लिए अनिवार्य कर दिया गया है। दूसरी तरफ फास्ट टैग कई लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। मुंगेली के अनीश को फास्ट टैग के चक्कर में अपने 10 हजार रुपये गंवाने पड़ गए। अनीश मुंगेली से विशाखापट्टनम के लिए जा रहे थे, रास्ते में पड़े तीन टोल नाका से गुजरने के दौरान उनके खाते से 500-500 करके 10 हजार गायब हो गये । अब इस मामले में ना तो टोल नाका के कर्मचारी कोई जानकारी दे रहे हैं और ना एनएच की तरफ से इस मामले में कोई हल निकाला जा रहा है। जानकारी के मुताबिक मुंगेली से विशाखापत्तनम के लिए निकले अनीश ने रास्ते में तीन टोल नाकों पर प्रवेश किया। विशाखापत्तनम पहुंचने पर मेसेज आया कि खाते से फास्टेग के नाम से 500-500 सौ करके 10000 रुपए निकाले गए । दूसरे दिन फिर फास्टेग के नाम से 10000 खाते से खाली हो गए । टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके फास्टेग को लॉक कराया गया, लेकिन तीसरे दिन फिर 500-500 सौ रुपए करके फिर 10000 खाते से निकाले गए। वहीं से कॉल कर बैंक में जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया गया वहां से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर खाते को होल्ड कराया गया । इस प्रकार तीन टोल नाका क्रास करने पर 30000 खाते से निकाले गए । मुंगेली आने पर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण में शिकायत दर्ज कराई गई जिसमें कोई जवाब नहीं दिया गया है।