
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में 36,342 करोड़ रुपये की बैंकिंग धोखाधड़ी हुई है। अप्रैल-सितंबर, 2021 छमाही में बैंकिंग धोखाधड़ी के 4,071 मामले सामने आए। पिछले वर्ष इसी अवधि में ऐसे 3,499 मामले सामने आए थे। हालांकि उस दौरान घोटाले की रकम 64,261 करोड़ रुपये थी। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में हुई धोखाधड़ी में से कार्ड और इंटरनेट से संबंधित रकम सिर्फ 60 करोड़ रुपये रही। यह जानकारी भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने दी।
आरबीआई के अनुसार समीक्षाधीन अवधि में कुल मामलों में से आधे से अधिक निजी बैंकों से संबंधित थे। लोन से संबंधित फ्राड में सरकारी बैंकों की हिस्सेदारी अधिक थी। वहीं, कार्ड और इंटरनेट के माध्यम से हुए फ्राड की संख्या निजी बैंकों में अधिक रही। आरबीआइ ने बताया कि इस वर्ष मार्च में खत्म वित्त वर्ष के दौरान बैंकों से फ्राड के कुल 7,363 मामले सामने आए। इन मामलों के माध्यम से बैंकों से कुल 1.38 लाख करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी हुई। इनमें से अधिकतर फ्राड पहले हो चुके थे, लेकिन इनकी रिपोर्टिंग बीते वित्त वर्ष में हुई।










