भाजपा के काम आजकल प्रभु श्रीराम संवार रहे हैं। यही कारण है कि एक-एक करके सारे राजनीतिक दुश्मन निपटते जा रहे हैं। लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटे राजनीतिक दलों के सामने रोज नया घटनाक्रम देखने को मिल रहा है। विपक्षी एकजुटता के दावे करने वाले दलों का इंडिया गठबंधन का कुनबा भी बिखरने लगा है। दूसरी ओर, भाजपा नीत एनडीए अपनी उत्साह और ऊर्जा से भरपूर है।
बंगाल में टीएमसी ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। पंजाब में सीएम भगवंत मान भी कांग्रेस से गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दे चुके हैं। उधर, अयोध्या में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद देश में आस्था की लहर चल रही है। इस लहर के केंद्र बिंदु में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा है। बिहार मंह सीएम नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद जेडीयू और भाजपा में नया गठबंधन हो गया है। इसका साफ अर्थ है कि भाजपा के दोस्तों की संख्या बढ़ गई है, जबकि दुश्मनों की आपसी दोस्ती में बिखराव पैदा हो गया है।