
छत्तीसगढ़ में महिलाओं के खिलाफ अपराध को लेकर साय सरकार ने जीरो टॉलरेंस की नीति की बात कही है। महिलाओं को तुरंत इंसाफ मिल सके और उनके खिलाफ क्राइम न हो इसे ध्यान में रखते हुए सभी जिलों में पिंक थाने को खोलने का फैसला किया गया है। पिंक थाने महिलाओं की समस्याओं को सुनने के लिए समर्पित होगा और इससे महिला अपराध पर लगाम लगाने में मदद मिल सकेगी।
छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में पिंक थाने खोलने को लेकर गृह मंत्री विजय शर्मा ने महानदी भवन में बैठक की है। इस संबंध में विभागीय तैयारियों की विजय शर्मा ने समीक्षा की और कहा कि महिला थाना की घोषणा हमारे घोषणा पत्र में है और इस बार पांच महिला थानों की स्वीकृति भी बजट में है। इसे शीघ्र प्रारंभ किया जाएगा। इन पांच स्थानों के खुलने के साथी अन्य जिलों में भी महिला थाना खोलने की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी। नए कानून के अंतर्गत भी इसे खोलने का प्रावधान दिया गया है। पिंक पुलिस स्टेशन में महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण तैयार करने पर चर्चा हुई। इसके अलावा महिलाओं के प्रति सहयोगात्मक वातावरम बनाने की भी बात की गई।
छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार द्वारा महिलाओं के लिए पिंक थाने की शुरुआत की जा रही है, जहां महिलाओं को एक सुरक्षित वातावरण दिया जाए। उनकी बातें सुनी जाए इसको लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता धनेंद्र साहू ने कहा कि- पिछले कई वर्षों से महिला थाना की स्थापना राज्य सरकार द्वारा की जाती रही है। भाजपा द्वारा पिंक थाना के नाम से नए थाने की शुरुआत की जा रही है। धनेंद्र साहू ने इस पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि महिला थानों में क्या कमी है की पिंक थानों की शुरुआत करनी पड़ रही है। अगर उसमें प्रावधान करना है तो महिला थाने में करें पिंक थाना अतिरिक्त खोलने से क्या होगा भाजपा द्वारा बस एक प्रशासनिक खर्च बढ़ाने की कोशिश की जा रही है, जो सुविधा पिंक थाना में देने जा रहे हैं वहीं महिला थाना में दी जाए।