
झारखंड के चक्रधरपुर में हवाड़ा से मुंबई जा रही 12810 हावड़ा-मुंबई एक्सप्रेस के 18 डिब्बे पटरी से उतर गए। तड़के करीब 3:45 पर यह हादसा हुआ। इसमें 2 लोगों की मौत हो गई है और 20 लोग घायल हैं। अब इस भयावह हादसे में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जी हां जिस जगह (राजखरस्वान वेस्ट आउटर और बाराबंबू स्टेशनों के बीच) ट्रेन डिरेल हुई, वहां पहले से ही एक मालगाड़ी बेपटरी हुई थी और उसके वैगन ट्रैक पर ही मौजूद थे। हावड़ा-मुंबई एक्सप्रेस पटरी पर पड़े उसी वैगन से टकरा गई और 18 डिब्बे पटरी से उतर गए। दक्षिण पूर्व रेलवे के ट्रेन मैनेजर मोहम्मद रेहान ने कहा, “सुबह करीब 3.39 बजे ट्रेन पटरी से उतर गई। इस घटना में कई लोग घायल हुए। घटना का कारण यह है कि डाउनलाइन में एक मालगाड़ी पहले ही पटरी से उतर चुकी थी और हावड़ा-सीएसएमटी एक्सप्रेस 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी। इसी दौरान पटरी पर पड़ी मालगाड़ी के डिब्बे से ट्रेन टकराई और हादसा हुआ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हावड़ा से चलकर मुंबई जाने वाली ट्रेन सोमवार रात 11:02 बजे के बजाए 02:37 बजे टाटानगर पहुंची। यहां दो मिनट के ठहराव के बाद यह अगले स्टेशन चक्रधरपुर के लिए रवाना हो गई, लेकिन यह ट्रेन अपने अगले स्टेशन तक पहुंचती उससे पहले 03:45 बजे बड़ाबांबो से आगे दुर्घटनाग्रस्त हो गई। अब तक मिली जानकारी के अनुसार डाउन लाइन से आ रही मालगाड़ी के साथ मेल एक्सप्रेस सट (साइड क्लोजन) गई, जिससे ट्रेन के 18 डिब्बे बेपटरी हो गए। हादसा कितना भयावाह है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मेल एक्सप्रेस के कई डिब्बे आपस में चढ़ गए तो कई गति तेज होने के कारण बीच से मुड़ गए। कई डिब्बे आपस में बुरी तरह से सट चुके हैं।