
कोरबा। कोरबा में सराफा कारोबारी गोपाल राय सोनी की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। हफ्ते भर पहले हुई इस जघन्य वारदात ने न केवल कोरबा बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ में हड़कंप मचा दिया था। पुलिस ने हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक आरोपी अभी भी फरार है।5 जनवरी को गोपाल राय सोनी के बेटे नचिकेता राय सोनी ने पुलिस को सूचित किया कि अज्ञात बदमाशों ने उनके पिता की हत्या कर दी और घर से उनकी कार, अटैची और उनकी मां का मोबाइल लूट लिया। जब नचिकेता रात करीब 10 बजे घर पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि घर का दरवाजा बंद था। दरवाजा खोलने पर उन्हें अपने पिता गंभीर रूप से घायल और लहुलुहान पड़े मिले। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने 14 अलग-अलग टीमों का गठन किया। टीमों ने 300 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें दो नकाबपोश संदिग्धों की पहचान हुई। पुलिस को एक मुखबिर से जानकारी मिली कि कुंआमठ्ठा निवासी मोहन मिंज के हाथ में चोट लगी है, जो सीसीटीवी में दिखाई दे रहे संदिग्धों से मेल खाती थी।पूछताछ के दौरान, मोहन ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। उसने बताया कि सूरज पुरी गोस्वामी और उसके भाई आकाश ने गोपाल राय सोनी के घर चोरी करने की योजना बनाई थी। सूरज ने आकाश के साथ मिलकर गोपाल राय सोनी की दुकान की चाबी प्राप्त करने की योजना बनाई थी, ताकि वहां से सोने-चांदी और पैसे चुराए जा सकें।