
भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई की शाम पांच बजे से सीजफायर का समझौता हुआ, लेकिन पाकिस्तान ने भरोसा तोड़ा और संघर्ष विराम का उल्लंघन करना शुरू कर दिया। सीजफायर तोड़े जाने के बाद पाकिस्तान की तरफ से हुई गोलाबारी में भारतीय सेना के पांच जवान बलिदान हुए। लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि हमारा उद्देश्य आतंकी शिविरों को ठिकाना बनाना था और बाद की हमारी कार्रवाई सिर्फ पाकिस्तान के उकसावे के जवाब में थी। इस वजह से पाकिस्तान के डीजीएमओ से उनकी पहल पर बातचीत की गई। हालांकि, अपेक्षित रूप से पाकिस्तान ने कुछ ही घंटों में संघर्ष विराम का उल्लंघन कर दिया। संघर्ष विराम का उल्लंघन होने पर सेना के कमांडरों को जवाब देने की खुली छूट दी गई है।