लाउडस्पीकर पर अजान के दौरान होने वाले तेज आवाज से छात्र और मरीज दोनों ही परेशान होते हैं। मगर धार्मिक मामला होने के कारण कोई बोलने का साहस नहीं कर पाता है। पिछले साल इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति ने इस आपत्ति दर्ज करवाई थी। अब बीएचयू के छात्र करुणेश पांडेय ने जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा को ट्वीट कर लाउडस्पीकर पर अजान के दौरान होने वाले तेज आवाज पर आपत्ति की है। इस ट्वीट पर वाराणसी पुलिस ने तत्काल जवाब दिया। वाराणसी पुलिस ने लिखा कि उक्त प्रकरण के संबंध में भेलूपुर प्रभारी निरीक्षक को कार्रवाई के लिए निर्देश दिए गए हैं। मस्जिद की ओर से आवाज कम कर देने की बात कही गई।
बीएचयू में हिंदी विभाग का छात्र करुणेश भदैनी में किराये के मकान में रहता है। उसने मस्जिद की मीनार पर चारों दिशाओं में लगे छह लाउडस्पीकर की तस्वीर स्थानीय पुलिस को ट्वीट की। ट्वीट कर लिखा है उक्त मस्जिद से सुबह, दोपहर व शाम को तेज आवाज में अजान होती है, जिससे मानसिक अवरोध होता है। बीएचयू के छात्र का ट्वीट मिलते ही वाराणसी पुलिस ने इसकी जांच भेलूपुर थाना प्रभारी अमित कुमार मिश्र को सौंप दिया। इस संबंध में नगर पुलिस अधीक्षक विकास चंद्र त्रिपाठी ने कहा कि मामले की जांच भेलूपुर थाना प्रभारी को सौंपी गई है।
इंटरनेट मीडिया पर वायरल एक वीडियो में करुणेश ने कहा कि अजान से स्वाध्याय प्रभावित होता है। इसके अलावा वह शाम को बच्चों को पढ़ाते हैं, मगर लाउडस्पीकर की तीव्र ध्वनि से एकाग्रता भंग होती है। मेरा मकसद किसी धर्म की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं है। बस पिछले काफी समय से उनके पठन-पाठन में बाधा पहुंच रही है। उन्होंने छह माह पहले भी इसकी शिकायत पुलिस व प्रशासन से की मगर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
भेलूपुर थाना प्रभारी अमित कुमार मिश्र ने बताया कि मामले की जांच की गई है। मस्जिद कमेटी ने लिखकर दिया है कि जिलाधिकारी के आदेश के अनुसार मस्जिद से रात 10 से सुबह छह बजे तक लाउडस्पीकर का प्रयोग नहीं किया जाएगा।