
कोरोना की दोनों लहर ने हर सेक्टर को प्रभावित किया। इस दौरान करोडो़ं लोगों ने अपनी नौकरियां गंवा दी। इस साल सिर्फ दो माह अप्रैल और मई में 2.27 करोड़ लोगों ने नौकरियां चली गई। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन एकोनॉमी (सीएमआईई) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी महेश व्यास ने अपनी वेबसाइट पर लिखा कि अप्रैल 2021 में 39.08 करोड़ लोगों के पास रोजगार था, जबकि मई 2021 में 37.55 करोड़ लोगों के पास रोजगार रह गया। यानी 1.53 करोड़ लोगों ने नौकरी गंवाई या यूं कह सकते हैं कि एक माह के अंदर रोजगार में 3.9 फीसदी की कमी आई।
उनके मुताबिक कहा कि मौजूदा समय में देश में नौकरियों की कुल संख्या करीब 40 करोड़ है जिसमें से अप्रैल और मई के दौरान 2.27 करोड़ लोगों की नौकरियां जा चुकी हैं। उनका कहना है कि पिछले साल कोरोना महामारी के शुरू होने से अब तक तकरीबन 97 फीसदी परिवारों की आय में गिरावट देखने को मिली है। मई में बेरोजगारी दर 12 फीसदी दर्ज है, जबकि अप्रैल के दौरान यह आंकड़ा 8 फीसदी का था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उनका कहना है कि कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर की वजह से लोग बेरोजगार हुए हैं। उनका कहना है कि अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने के बाद समस्या का समाधान होने की संभावना है।