रायपुर। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले के महामाया पहाड़ में रोहिंग्या मुसलमानों को बसाने के आरोपों पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का तल्ख तेवर देखने को मिला। उन्होंने कहा कि रोहिंग्या के आरोप लगाने वालों से पूछताछ की जानी चाहिए. उनसे पूछा जाए कि रोहिंग्या कहां हैं। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि आरोप लगाया हैं, तो जानकारी भी होगी. आरोप लगाने वालों से पूछताछ की जाए कि रोहिंग्या कहां है। पिछले 8 महीने तक क्यों नहीं बताया गया कि रोहिंग्या कहां हैं। मंत्री सिंहदेव ने रोहिंग्या की भ्रामक जानकारी फैलाने पर उचित करवाई करने के निर्देश कलेक्टर को दिए हैं। सिंहदेव ने कहा कि ये वोट बैंक की राजनीति है. हिन्दू-मुसलमान करने की कोशिश है। बीजेपी के 15 साल में बसे लोग हैं। वनभूमि को बेचने वालों के पत्र वापसी लेने के भी निर्देश दिए हैं। सबसे पहले इस मुद्दे को बीजेपी पार्षद आलोक दुबे ने उठाया था। अंबिकापुर के महामाया पहाड़ में अवैध रूप से रोहिंग्या मिसलमानों के बसने का आरोप है। बता दें कि भाजपा के पार्षद आलोक शुक्ला ने आरोप लगाया है कि अंबिकापुर के महामाया पहाड़ी पर रोहिंग्या मुसलमान आवास बनाकर रह रहे हैं. नगर निगम की आमसभा के दौरान यह शिकायत की गई. जिसके बाद से रोहिंग्या मुसलमानों का मामला चर्चित विषय बन गया है।