
भारतीय खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत और लक्ष्य सेन ने दबदबे भरा प्रदर्शन करते हुए पुरुष सिंगल्स के सेमीफाइनल में प्रवेश कर बीडब्ल्यूएफ विश्व बैडमिंटन चैैंपियनशिप में देश के लिए दो पदक पक्के किए, लेकिन गत चैैंपियन पीवी सिंधू यहां क्वार्टर फाइनल में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी चीनी ताइपे की ताइ जू यिंग से सीधे गेम में हार गईं।
पूर्व नंबर एक और 12वीं वरीय श्रीकांत ने नीदरलैंड्स के मार्क कालजोऊ पर क्वार्टर फाइनल में महज 26 मिनट में 21-8, 21-7 से जीत हासिल की। एक अन्य क्वार्टर फाइनल में गैरवरीय लक्ष्य ने चीन के जुन पेंग झाओ को एक घंटे सात मिनट तक में 21-15, 15-21, 22-20 से हराया। श्रीकांत का श्ानिवार को सेमीफाइनल में सामना हमवतन लक्ष्य से होगा, जिससे भारत के लिए इस टूर्नामेंट में एक रजत पदक भी पक्का हो गया है।
दुनिया के 14वें नंबर के खिलाड़ी श्रीकांत पहले गेम में 11-5 से बढ़त बनाए थे और ब्रेक के बाद उन्होंने 14-8 की बढ़त बनाकर लगातार सात अंक हासिल कर गेम जीत लिया। दूसरा गेम भी कुछ अलग नहीं था जिसमें श्रीकांत ने अपने प्रतिद्वंद्वी को पूरी तरह से पस्त कर दिया। उन्होंने 4-3 के स्कोर के बाद लगातार सात अंक हासिल किए। फिर 17-7 के बाद उन्होंने लगातार चार अंक जीतकर मैच अपने नाम कर लिया।
महिला सिंगल्स में शीर्ष वरीय ताइ जू ने क्वार्टर फाइनल 42 मिनट में 21-17, 21-13 से जीतकर सिंधू का खिताब बरकरार रखने का सपना तोड़ दिया। दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी सिंधू ने 2019 में यह खिताब जीता था और 2020 में कोरोना महामारी के कारण्ा टूर्नामेंट हुआ नहीं था। सिंधू ने मैच के दौरान कई सहज गलतियां कीं। वह दूसरे गेम में बराबरी तक पहुंची थीं, लेकिन बाद में हार गईं। ताइ जू ने इस तरह 2019 विश्व चैैंपियनश्ािप में इसी चरण में सिंधू से मिली हार का बदला भी चुकता किया।