उत्तर प्रदेश के कानपुर के बिकरु गांव में शुक्रवार तड़के पुलिस और विकास दुबे गिरोह के बीच हुई मुठभेड़ के दुबे गैंग के सदस्यों ने खोज-खोजकर आठ पुलिसकर्मियों की गोली मार कर हत्या कर दी। इस घटना के बाद प्रदेश में हड़कंप मच गया। साथ ही विकास दुबे उत्तर प्रदेश पुलिस का मोस्टवांटेड चेहरा बन गए। पुलिस विकास दुबे की तलाश में पूरी रात छापेमारी करती रही। इस वारदात का मुख्य आरोपित विकास दुबे फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। इधर घटना से संबंधित चौंकाने वाला खुलासा है चौबेपुर थाने के दारोगा ने ही दुबे को पुलिस छापेमारी की सूचना पहले ही दे दी थी। अब पुलिस के शक के घेरे में एक दारोगा, एक सिपाही और एक होमगार्ड का जवान भी है।
दरअसल शुक्रवार रात पुलिस बीस टीमें अलग-अलग जिलों में विकास दुबे की तलाश में दबिश देती रही। जहां यह घटना हुई वहां विकास दुबे के रिश्तेदार और परिचित रहते हैं। पुलिस ने इस मामले में 12 और लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस ने इन लोगों को मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर उठाया है।
सूत्रों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में जिनसे विकास दुबे की बातचीत हुई थी उस फोन की कॉल डिटेल में कुछ पुलिसवालों के नंबर भी सामने आए हैं।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि चौबेपुर थाने के ही एक दारोगा ने विकास दुबे को पुलिस के आने की जानकारी पहले ही दे दी थी। इस वक्त पुलिस के शक के घेरे में एक दारोगा, एक सिपाही और एक होमगार्ड है। तीनों की कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।