वंदे भारत एक्सप्रेस फिर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस बार ट्रैक पर गाय आ गई। इससे एक दिन पहले ट्रैक पर भैंसों का झुंड आ गया था। एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई से करीब 432 किलोमीटर दूर आणंद के पास शुक्रवार दोपहर 3.48 बजे गांधीनगर-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस गाय से टकरा गई। ट्रेन को कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। ट्रेन के आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ है। सभी यात्री सुरक्षित हैं।
इससे पहले गुरुवार सुबह मुंबई सेंट्रल-गांधीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस से भैंसों का झुंड टकरा गया था। मामूली रूप से क्षतिग्रस्त ट्रेन के इंजन का अगला हिस्सा ठीक कर दिया गया है। मणिनगर और वटवा स्टेशनों के बीच हुई इस दुर्घटना में भी कोई यात्री घायल नहीं हुआ था। इस मामले में गुजरात में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने भैंसों के अज्ञात मालिकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। अभी तक भैंसों के मालिकों की पहचान नहीं हो पाई है। 30 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गांधीनगर-मुंबई सेंट्रल वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को गांधीनगर में हरी झंडी दिखाई थी।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पटरियों पर ट्रेन का मवेशियों से टकराना अपरिहार्य है। सेमी-हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन को डिजाइन करते समय इसका ध्यान में रखा गया है। यह इतनी मजबूत है कि अगर कोई दुर्घटना होती है तो ट्रेन को कुछ नहीं होगा।
रेल मंत्री वल्लभ विद्यानगर में इंजीनियरिग कालेज के छात्रों के साथ बातचीत करते हुए कहा “”भारत में ट्रैक जमीन पर बिछाए जाते हैं। मवेशी उन्हें पार कर जाते हैं। उन्हें कोई नहीं रोक सकता। जब तक हम अगले पांच-छह वर्षों में पटरियों को ऊंचा नहीं करते, वे (मवेशी) ट्रेनों के सामने आ जाएंगे। इसलिए इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि जब भी ऐसी कोई घटना हो तो इसे ठीक किया जा सके।”