रायपुर। पिछले 3 साल से बालको मेडिकल सेंटर में न सिर्फ कैंसर से पीड़ित मरीजों को बल्कि को कोरोना काल में कोरोना से संक्रमित मरीजों को भी राहत दिलाने के लिए हर संभव कोशिश की है। बालको टीम की यह प्राथमिकता है कि हर मरीज स्वस्थ होकर अपने परिवार के बीच हों।
सन 2018 में वेदांता की सहायक कंपनी, भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने कैंसर और उससे जुड़ी बीमारियों को रोकने, नियंत्रण और उन्मूलन के लिए एक स्वैच्छिक, गैर-लाभकारी संगठन वेदांत मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन की शुरुआत की। नया रायपुर में अत्याधुनिक ऑन्कोलॉजी की सुविधा बालको मेडिकल सेंटर इसकी पहली प्रमुख पहल है। मार्च 2018 में इसके उद्घाटन के बाद, तीन साल की छोटी अवधि में, अस्पताल ने तेजी से प्रतिष्ठा हासिल की है और साल दर साल मरीज़ों में तेजी से वृद्धि हुई है।
पिछले साल, बालको मेडिकल सेंटर ने छत्तीसगढ़ में कई कठिन और जटिल नैदानिक प्रक्रियाओं को पहली बार किया जैसे कि हाईपैक, ल्यूकेफेरिस, थेराप्यूटिक प्लाज्मा एक्सचेंज (TPE), पर्क्यूटेनियस वर्टेब्रोप्लास्टी, प्रोस्टेट कैंसर और न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर के लिए लूटिशियम थेरेपी और सिर और गर्दन के कैंसर की सर्जरी के लिए 3 डी प्रिंटिंग।
उद्घाटन के तीन वर्षों के भीतर, बालको मेडिकल सेंटर एन.ए.बी.एच. (NABH) द्वारा पूर्ण मान्यता प्राप्त करने वाला छत्तीसगढ़ का एकमात्र कैंसर अस्पताल है। इसके इलावा बालको मेडिकल सेंटर एफ.एस.एस.ए.आई. द्वारा स्वच्छता में 5-स्टार रेटिंग प्राप्त करने वाला छत्तीसगढ़ का पहला केंद्र, और आयुष्मान भारत और डॉ। खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत अनुकरणीय प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया जाने वाला छत्तीसगढ़ का एकमात्र निजी अस्पताल है।
बालको मेडिकल सेंटर ने कैंसर रोगियों की सुविधा के लिए ऑनलाइन पोर्टल्स का निर्माण किया है, जिसके द्वारा रोगी स्वयं से अपॉइंटमेंट, टेलीकंसल्टेशन एवं लैब रिपोर्ट डाउनलोड कर सकते।
इस वर्ष रोगियों की सुविधा के लिए बालको मेडिकल सेंटर ने रायपुर में बीएमसी सिटी क्लिनिक का भी शुभारम्भ किया। कैंसर के रोगियों में लगातार वृद्धि को देखते हुए, बालको मेडिकल सेंटर कैंसर उपचार के दायरे का विस्तार करने और बोन मैरो ट्रांसप्लांट कार्यक्रम शुरू करने के लिए प्रयत्नशील है।
रायपुर लेडीज सर्किल 90 एवं निट्टेड नॉकर्स इंडिया के सौजन्य से अपनी तीसरी वर्षगाँठ पर बालको मेडिकल सेंटर ने कैंसर रोगियों को मुफ्त विग और स्तन कृत्रिम अंग वितरित किए जाएँगे। इसके इलावा बालको मेडिकल सेंटर के मिशन संभव के तहत छत्तीसगढ़ के खपरी गाँव को तम्बाकू-मुक्त बनाने की पहल की शुरुआत भी की गयी एवं डॉक्टर्स के ज्ञानवृद्धि के लिए कई ऑनलाइन टॉक्स का भी आयोजन किया जाना है।
सभी के लिए को है बड़ा चैलेंज
हम सभी के लिए कोरोना एक बड़ा चैलेंज है।इस दौरान बहुत सारी नई बातों की जानकारी मिली। जब सरकार की ओर से निर्देश आया कि हर बड़े हॉस्पिटल को कोरोना के लिए बेड रखना है तो सबसे पहले हॉस्पिटल में 20 बेड तैयार किए गए लेकिन बाद में तो की बढ़ती संख्या को देखते हुए बेड की संख्या में भी उसी हिसाब से बढ़ोतरी करनी पड़ी। लगभग 1 साल कोरोना पेशेंट का इलाज करने के बाद आज फिर हम उसी स्थिति में आकर खड़े हो गए हैं। फिर से एक बार कोरोना पीक पर आता नजर आ रहा है। इस दौरान लोगों से यही अपील है कि खुद को स्वस्थ और सुरक्षित रखने के लिए अधिक से अधिक घरों में रहे। सरकार के द्वारा जारी की गई गाइडलाइन का पालन करें सोशल डिस्टेंसिंग मास्क का अनिवार्य रूप से इस्तेमाल करें जिससे आगे से बच सकते हैं।
डॉ नीलेश जैन, एमडी
कंसल्टेंट ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन
बालको मेडिकल सेंटर