लद्दाख में सियाचिन ग्लेशियर के आधार शिविर परतापुर के निकट सैनिकों से भरी एक बस गहरी खाई में जा गिरी। हादसे में सेना के सात जवान बलिदान हो गए और 19 गंभीर रूप से घायल हैैं। सेना ने हादसे की जांच के कोर्ट आफ इंक्वायरी के आदेश दिए हैं। पुलिस ने भी जांच कर रही है। हादसे के समय मौसम खराब था और हाल ही में हुई बर्फबारी के कारण सड़क पर फिसलन भी थी। कश्मीर में सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल एमरान मुसावी ने बताया कि घायलों को एयरलिफ्ट कर पंचकूला स्थित सेना की पश्चिमी कमान के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सैनिकों की बस (जेके10-6245) परतापुर के ट्रांजिट कैंप से हनीफ सब सेक्टर की ओर निकली। बस में अग्रिम इलाकों में तैनाती के लिए जा रहे 26 सैनिक सवार थे। परतापुर से करीब 25 किलोमीटर दूर थोयस के पास लरगयाब-पच्छाथांग के पास बस अनियंत्रित होकर 90 फीट खाई में लुढ़कते हुए नीचे श्योक नदी में जा गिरी। जहां बस गिरी वहां नदी में पानी गहरा नहीं था। हादसे का पता चलते ही स्थानीय लोगों के साथ लद्दाख पुलिस व सेना के जवान पहुंच गए। लेह से भी सेना की टीमें बुलाई गईं। राहत अभियान के दौरान वायुसेना के हेलीकाप्टर की भी मदद ली गई। घटनास्थल पर पहुंची टीमों ने खाई में उतरकर बचाव कार्य श्ाुरू किया। करीब तीन घंटे तक चले अभियान में सात सैनिक मौके पर ही बलिदान हो चुके थे। अन्य 19 घायलों को पहले परतापुर के 403 फील्ड अस्पताल पहुंचाया गया। इस बीच, सेना की 14 कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल आनिदय सेनगुप्त घायलों का हाल जानने के लिए पहुंचे। घायलों को हेलीकाप्टर से लेह तक पहुंचाया गया, जहां से वायुसेना के विश्ोष विमान में उन्हें चंडीगढ़ ले जाया गया। बताया जा रहा है कि दुर्घटनग्रस्त बस को लद्दाख के चांगमार का रहने वाला चालक अहमद शाह चला रहा था।