हर बच्चे को शिक्षित करने के सरकार के दावे को खोखला साबित करने वाला शिक्षा के लिए 100 किलोमीटर के पैदल मार्च का एक मामला मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में सामने आया है। यहां अमरवाड़ा विकास खंड के दूरस्थ गांव में रहने वाले ये बच्चे दो दिनों तक पैदल चलकर जिला मुख्यालय पहुंचे और प्रशासन जर्जर स्कूल भवन के निर्माण और शिक्षकों की मांग की।
हाल ही के शिक्षा विभाग में हुए तबादलों ने जिले के कई स्कूलों को खाली कर दिया है। यही हाल अमरवाड़ा के कहुआ गांव का भी है। यहां मिडिल स्कूल में हुए शिक्षकों के तबादले के कारण स्कूल में ताला लग गया है। इसके अलावा गांव की प्रार्थमिकशाला भवन इतना जर्जर हो गया है कि कभी भी गिर सकता है। इस समस्या पर जिला प्रशासन और सरकार का ध्यान केंद्रित करने के लिए स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे दो दिन तक पैदल यात्रा कर जिला मुख्यालय पहुंचे। ये बच्चे घर से चटनी रोटी लेकर इस शिक्षा यात्रा पर निकले थे। बच्चों का साथ देने के लिए गांव के सरपंच और अन्य ग्रामीण भी उनके साथ ही पैदल मार्च करते हुए छिंदवाड़ा पहुंचे और कलेक्टर के नाम ज्ञापन देकर स्कूल में शिक्षक भिजवाने और स्कूल भवन बनाने की मांग रखी है।