मथुरा और वृंदावन में वर्ष-2023 की विदाई और नए वर्ष के स्वागत के लिए ठाकुर बांकेबिहारी की नगरी में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी है। अगले साल तीन जनवरी तक के लिए सभी होटल और गेस्ट हाउस बुक हो चुके हैं। रविवार और सोमवार अवकाश के कारण लाखों की संख्या में श्रद्धालु वृंदावन पहुंच गए। भीड़ के दबाव में लाइन में लगीं दो वृद्ध महिलाओं की अचानक तबीयत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में दो दिन की छुट्टी के साथ पड़ी एकादशी के कारण दिल्ली, एनसीआर और आसपास के जनपदों से हजारों श्रद्धालुओं का हुजूम दर्शन के लिए उमड़ पड़ा। रविवार सुबह से ही भक्तोँ के कदम मंदिर की ओर बढ़ रहे थे। तभी मंदिर से विद्यापीठ चौराहा और जुगलघाट से मंदिर के प्रवेशद्वार संख्या दो तक भक्तों की भीड़ का दबाव बना था। जबलपुर के आधारताल निवासी 62 वर्षीय मंजू मिश्रा अपनी बेटी के साथ यहां बांकेबिहारी जी के दर्शन करने आईं थी। वह दोपहर करीब 12 बजे मंदिर दर्शन करने के लिए लाइन में लगीं थी। जयपुरिया गेस्ट हाउस के सामने अचानक भीड़ के दबाव में उनकी तबीयत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां मृत घोषित कर दिया। इसी तरह सीतापुर के अवस्थी टोला गंज बाजार, महोली निवासी बीना गुप्ता भी शिवानी के साथ बांकेबिहारी दर्शन करने आईं थी। बीना गुप्ता भी भीड़ अधिक होने के कारण चक्कर खाकर गिर पड़ीं। उन्हें भी डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
सोशल मीडिया पर खबरों पर एसपी का कहना है की महिलाओं की मौत भीड़ के दबाव के कारण नहीं हुई है मैं इस बात का खंडन करता हूं बीमारी से महिलाओं की मौत हुई है और लोगों से अपील भी की है।