भगवान गणेश को बुद्धि के देवता कहा गया है। ऐसा माना जाता है कि किसी भी कार्य को शुरू करने के पहले भगवान गणेश की आराधना करनी चाहिए और सभी छात्रों को और बच्चा को भगवान गणेश की पूजा करने से बुद्धि और हर कार्य में सफलता मिलती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गणेश भगवान को प्रसन्न करने के लिए दूबी चढ़ाई जाती है और इस दूबी का और गणेश जी का आपस में क्या संबंध है क्या कारण है कि गणेश भगवान को भी बेहद पसंद है आइए जानते हैं।
पौराणिक कथा के अनुसार एक बार अनलासुर नाम का एक राक्षस था। वह राक्षस साधुओं को जिंदा ही निगल लेता था। जिसके प्रकोप से चारों तरफ उस समय हाहाकार मचा था।
फिर सभी साधुओं और संतों ने मिलकर भगवान गणेश जी की प्रार्थना करना शुरू की और अनलासुर के बारे गणेश जी को बताया था। गणेश जी फिर राक्षस अनलासुर के पास गए थे फिर उस राक्षस को ही उन्होंने निगल लिया था।
इसके बाद उनको सही से पाचन ना होने कि वजह से बहुत तेज से पेट के अंदर जलन होने लगी। तभी कश्यप ऋषि ने उस ताप को शांत करने के लिए गणेशजी को 21 दूर्वा घास खाने को दी थी। इससे गणेशजी का ताप शांत हो गया था। इस कारण की वजह से यह माना जाता है कि गणेश जी दूर्वा घास चढ़ाने से जल्द प्रसन्न होते हैं।