
दिल्ली की सीमा पर आंदोलनरत किसान संगठनों के नेता और किसानों ने सोमवार को फिर 24 घंटे की भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। इस बीच केंद्र सरकार ने 40 किसान संगठनों को फिर बातचीत के लिए बुलाया है। आज कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन का 26वां दिन है। सरकार ने अपने पत्र में लिखा है कि किसानों की जो भी आशंकाएं हैं, उन पर सरकार बातचीत के लिए तैयार है। इसके विपरीत किसान तीनों कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े हैं।
इस बीच भाकियू पंजाब के सचिव बलवंत सिंह ने बताया किया आज से रोज़ 11 लोग भूख हड़ताल पर बैठेंगे। इसके माध्यम से हम यह बताने का प्रयास कर रहे हैं कि सरकार हमारी मांग नहीं मान रही है।”
वहीं भारतीय किसान यूनियन के नेता जगजीत सिंह डलेवाला ने सभी किसानों से अपील की है कि 27 दिसंबर को सुबह 11 बजे प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ कार्यक्रम के दौरान पूरे समय थाली पीटते रहें।
केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ ऑल इंडिया किसान सभा (एआईकेएस) भी जुड़ेगा। किसान रैली आज नासिक से शुरू होगी और 22 दिसंबर को धुले में एक जनसभा होगी। किसान 1266 किमी की यात्रा कर दिल्ली पहुंचेंगे और 24 दिसंबर को प्रदर्शन में शामिल होंगे। किसान अपने साथ राशन लेकर आएंगे, ताकि अधिक समय तक ठहर सकें। किसान दोपहर 1 बजे दिल्ली के लिए निकलेंगे।