
रायपुर 6 जनवरी 2025/ हमारी छत्तीसगढ़ की धरती में कण-कण में प्रभु राम का वास है। यहां छत्तीसगढ़ का प्रयाग कहे जाने वाले राजिम और काशी के समान खरौद भी है। मेरी खुशी की बात थी कि जांजगीर-चांपा जिले में माता शबरी की पुण्यभूमि शिवरीनारायण से हमने भगवान रामलला के प्राणप्रतिष्ठा का कार्यक्रम देखा। 22 जनवरी को अयोध्या धाम में भगवान रामलला की प्राणप्रतिष्ठा के एक वर्ष पूरे होंगे। यह तिथि हमारे लिए सांस्कृतिक गौरव के सबसे बड़े दिनों में से एक है। जब हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भगवान रामलला की प्राणप्रतिष्ठा की, तो यह हमारे लिए बेहद भावुक क्षण था। मोदी जी ने इस अवसर पर माता शबरी को भी नमन किया। भगवान राम से माता शबरी का स्नेह हमें भावविभोर कर देता है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जांजगीर चांपा जिले में आयोजित लोकार्पण-भूमिपूजन समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि इस अंचल में निराकार राम की उपासना करने वाले रामनामी समुदाय के लोग भी रहते हैं, जिन्होंने अपने रोम-रोम में राम को बसाया है। उन्हें भी प्रधानमंत्री ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित किया था। अयोध्या धाम में श्रीरामलला की प्राणप्रतिष्ठा के बाद जब मैं मंत्रिमंडल सहित रामलला के दर्शन करने पहुंचा, तब शिवरीनारायण के बेर भी भेंट किए। हमने श्रीरामलला अयोध्या धाम दर्शन योजना शुरू की है, जिसके माध्यम से अब तक प्रदेश के 20 हजार से अधिक श्रद्धालु अयोध्या धाम और काशीधाम के दर्शन कर चुके हैं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि विकसित छत्तीसगढ़ बनाने के लिए हम तेजी से काम कर रहे हैं। राज्य में डबल इंजन की सरकार होने का फायदा छत्तीसगढ़ को मिल रहा है। रेल, सड़क सहित अन्य योजनाओं में भी प्रदेश आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने ’’मोदी की गारंटी’’ पर काम करते हुए दूसरे दिन हमने आवास से वंचित प्रदेश के 18 लाख लोगों को आवास देने का निर्णय लिया। आज बड़ी संख्या में पीएम आवास के हितग्राहियों के पक्के मकान बन रहे हैं और नए आवास स्वीकृत हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी की गारंटी मतलब गारंटी पूरी होने की गारंटी है।
मुख्यमंत्री साय ने जांजगीर के शासकीय हाई स्कूल मैदान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत सामूहिक विवाह समारोह में नवविवाहित 57 जोड़ों को नए दांपत्य जीवन में प्रवेश के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने इस अवसर पर 183.41 करोड़ रूपए की लागत के 285 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। इसमें 118.39 करोड़ की लागत के 112 कार्यों का भूमिपूजन और 65.02 करोड़ के 173 कार्यों का लोकार्पण शामिल है। कार्यक्रम में इंडस सॉफ्ट कंपनी प्रोजेक्ट संचार अंतर्गत सिद्ध के आईटीआई के साथ निशुल्क टेलीकॉम प्रारंभ करने, आईसीआईसीआई मिशन डीजी सक्षम के तहत 10 शासकीय स्कूलों में निशुल्क कंप्यूटर स्थापना और मेसन ट्रेनिंग हेतु नया ट्रेनिंग सेंटर स्थापित करने की ओएमयू की गई। कार्यक्रम में जिले के पर्यटन कैलेंडर, प्रोजेक्ट सक्षम, और बिहान समूहों के उत्पाद के लिए ब्रांड नाम ‘बहिनी’ का विमोचन भी किया गया।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि जांजगीर-चांपा जिले की ऐतिहासिक पहचान है। माता शबरी ने भगवान राम को जूठे बेर खिलाए। इस जिले में अधिकांश क्षेत्र सिंचाई सुविधाओं से संपन्न हैं। यहां सर्वाधिक धान का उत्पादन होता है। यह खुशी की बात है कि यहां के किसानों को योजनाओं का लाभ मिल रहा है। श्रद्धेय अटल जी छत्तीसगढ़ के निर्माता हैं और उनके छत्तीसगढ़ में हमारी सरकार बेहतर योजनाओं के साथ सुशासन की दिशा में काम कर रही है, और इसके लिए हम प्रतिबद्ध हैं। हमारी सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉरलेन्स की दिशा में कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि किसानों से 21 क्विंटल प्रति एकड़ और 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीद कर रहे हैं। 13 लाख से अधिक किसानों के दो साल का बकाया धान बोनस राशि 3716 करोड़ का भुगतान भी किया गया है और महतारी वंदन योजना के माध्यम से प्रदेश की 70 लाख से अधिक महिलाओं को प्रतिमाह एक हजार रुपए उनके खातों में दी जा रही है। हाल ही में महिलाओं को ग्यारहवीं किश्त दी गई है। आदिवासियों के आमदनी का मुख्य जरिया तेंदूपत्ता की पारिश्रमिक दर 4 हजार से बढ़ाकर 5500 रुपये किया गया है।
कार्यक्रम को लोकसभा क्षेत्र जांजगीर चांपा के सांसद कमलेश जांगड़े ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर विधायक ब्यास कश्यप, राघवेन्द्र कुमार सिंह, शेषराज हरबंश, बालेश्वर साहू सहित अनेक जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में आम नागरिक उपस्थित थे।