दिवाली पर हमारे घरों में खाने-पीने का अलग-अलग आइटम्स बनाने की परंपरा है। सलोनी और चकोली के बिना तो नाश्ता अधूरा है लेकिन कई बार इसे बनाने में कई गलती होती है जिससे यह नरम बन जाती है। हम आपको बताएंगे इसके बनाने का आसन तरीका।
सामग्री
2 कटोरी मैदा
2 बड़े चम्मच तेल मोयन के लिए
1 चम्मच चिली फ्लेक्स
स्वाद अनुसार नमक
आवश्यकतानुसार तेल तलने के लिए।
कुकिंग निर्देश
सबसे पहले एक परात में मैदा, नमक, तेल और चिली फ्लेक्स डालके आटा गूथ ले।
नमकीन सलोनी
फिर रोटी के जैसे हल्का मोटा बेल ले और लंबा लंबा काट ले। फिर धीमी आंच में फ्राई करले।
मीठा खुरमा
मैदा – 500 ग्राम ( 4 कप )
घी – 125 ग्राम ( 1/2 कप से थोड़ा सा अधिक )
चीनी – 500 ग्राम (2 कप)
दूध – एक टेबल स्पून
घी – मठरियां तलने के लिये।
विधि –
किसी बर्तन में मैदा छान कर निकाल लीजिये, घी पिघलाइये और मैदा में डाल कर, हाथों से अच्छी तरह मिलाइये। गुनगुने पानी की सहायता से सख्त आटा गूथ लीजिये। गुथे हुये आटे को आधा घंटे के लिये ढककर रख दीजिये।
गूथे आटे को मसल मसल कर मुलायम कीजिये, आटे से छोटी छोटी लोइयां बनाइये इस आटे से करीब 30-40 लोइयां बन जायेंगी। लोइयों को गीले कपड़े से ढककर रख दीजिये।
भारी तले की कढ़ाई में घी डाल कर गरम कीजिये।
एक लोई उठाइये, 2 -3 इंच के व्यास में बेल लीजिये (ये मठरियां थोड़ी मोटी ही बेली जाती हैं)। बेली हुई मठरी में चाकू की सहायता से 12-15 गोचे लगा दीजिये, मठरी को पलटिये और दूसरी तरफ भी इसी तरह गोचे लगा दीजिये। एक एक करके इसी तरह सारी मठरी बना कर तैयार करनी है।
कढ़ाई में घी गरम हो गया है। 4-5 बेली हुई मठरी कढाई में डालिये और मीडियम तथा धीमी आग पर मठरी ब्राउन होने तक तलिये, तली हुई मठरी प्लेट में निकाल कर रख लीजिये, सारी मठरी इसी तरह तल कर निकाल लीजिये। मठरियों को ठंडा होने दीजिये।
चाशनी बनाइये
किसी बर्तन में चीनी और 200 ग्राम पानी या एक छोटा गिलास पानी मिलाकर डालिये, चाशनी बनने के लिये आग पर रखिये। चाशनी में उबाल आने के बाद दूध डालिये और जैसे ही चाशनी में झाग किनारे होने लगे उन्हैं चमचे से उठाकर निकाल दीजिये, चाशनी एकदम साफ और अच्छी बनेगी। चाशनी को 6-7 मिनिट तक पकाइये और 2 तार की चाशनी तैयार कर लीजिये (चाशनी के टैस्ट के लिये आप एक बूद चाशनी किसी प्लेट में गिराइये, ठंडी होने पर अंगूठे और अंगुली के बीच चाशनी को चिपका कर देखिये तार निकलते हुये दिखाई देगे)। चाशनी तैयार है।
चाशनी के बर्तन में 3-4 मठरी डालिये और डुबा कर निकाल दीजिये, सारी मठरियां इसी तरह चाशनी में डुबा कर निकाल लीजिये। 5 मिनिट बाद फिर से ये मठरियां एक दूसरे के ऊपर से हटा कर सुखने दीजिये। मठरियां सूखने के बाद खाने के लिये तैयार हैं।
मीठी मठरियां तैयार हो गई है, आप ये मठरियां अभी खाइये और बची हुई मठरियां एअर टाइट कन्टेनर में रख लीजिये। जब भी आपका मन हो कन्टेनर से मठरियां निकालिये और खाइये। ये मठरियां आप 2 महिने तक भी खा सकते हैं।
चकली
चकली बनाने के लिए सामग्री
चावल – 1/2 किलोचना दाल – 250 ग्राममूंग दाल – 150 ग्रामउड़द दाल – 150 ग्रामजीरा पाउडर – 2 टेबल स्पूनधनिया पाउडर – 2 टेबल स्पूनबटर – 2 टेबल स्पूनलाल मिर्च पाउडर – 2 टेबल स्पूननमक – स्वादानुसारतेलचकली बनाने की मशीन
चकली बनाने की विधि
महाराष्ट्रीयन स्टाइल की चकली बनाने के लिए सबसे पहले मूंगदाल, चावल, उड़द दाल और चना दाल को अलग-अलग भिगोकर रख दें। इन्हें लगभग 6 घंटे के लिए भिगोएं। इसके बाद इन सभी को निकालकर सुखा लें। जब ये चारों सामग्री अच्छी तरह से सूख जाएं तो इन्हें कड़ाही में डालकर धीमी आंच पर सुनहरा होने तक सेकें। इसके बाद इन्हें ठंडा होने के लिए रख दें। जब सभी चीजें ठंडी हो जाएं तो इन्हें मिक्सर ग्राइंडर या सिल बट्टे की मदद से पीस लें। अब एक बड़े बर्तन में 2 कप आटा लें और उसमें बटर, जीरा पाउडर, धनिया पाउडर, लाल मिर्च पाउडर और स्वादानुसार नमक डालकर अच्छी तरह से मिक्स कर दें। अब इस आटे को दो हिस्सों में कर दें। पहले हिस्से को थोड़ा-थोड़ा पानी डालकर सख्त आटा गूंथ लें। अब आटे की लोइयां बना लें और एक-एक लोई लेकर चकली की मशीन में डालकर अपने मनपसंद आकार की चकली तैयार कर प्लेट में या एक सूती कपड़े को बिछाकर उस पर रखते जाएं।
रेसिपी
जब एक आटे के हिस्से की लोइयां खत्म हो जाए तो दूसरे आटे को भी सख्त गूंथ लें और ऊपर बताई विधि के अनुसार उनकी भी चकली तैयार कर लें। (ध्यान रहे आटा दो हिस्सों में इसलिए गूंथना है क्योंकि सख्त होने की वजह से ज्यादा देर रखने पर चकली बनाने में परेशानी हो सकती है.) अब गैस पर कड़ाही रखें और उसमें तेल डालकर गर्म करें। जब तेल अच्छे से गर्म हो जाए तो कड़ाही की कैपेसिटी के हिसाब से चकलियां डालकर उन्हें फ्राई कर लें। इस तरह सभी चकलियों को फ्राई करें। अब इन चकलियों को ठंडा होने के लिए रख दें। अब दिवाली के लिए आपकी चकली की डिश तैयार हो चुकी है। लंबे वक्त तक इसे चलाने के लिए एयरटाइट डिब्बे में रखें।