नॉर्थ कोरिया ने परमाणु क्षमता को बढ़ाने की नीति को संविधान में शामिल कर लिया है। इसके साथ ही तानाशाह किम जोंग ने अमेरिका के उकसावे को रोकने के लिए परमाणु हथियार के प्रोडक्शन को बढ़ाने की भी घोषणा की। नॉर्थ कोरिया की संसद और सुप्रीम कोर्ट ने 2 दिन की बैठक में इस संबंध में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया।
संविधान में यह संशोधन इसलिए किया गया है, ताकि नॉर्थ कोरिया ज्यादा से ज्यादा परमाणु हथियार बनाकर अपने अस्तित्व को सुरक्षित कर सके और जंग को रोक सके। किम जोंग ने संसद में कहा कि देश की परमाणु शक्ति को मजबूत करने की पॉलिसी को कानून बना दिया गया है। किसी को भी इसका उल्लंघन करने की इजाजत नहीं होगी।
तानाशाह किम ने परमाणु हथियारों के उत्पादन को तेजी से बढ़ाने और इसे अलग-अलग सर्विजेस में तैनात करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि अमेरिका सैन्य उकसावे की सारी हदें पार कर चुका है। वह लगातार क्षेत्र में मिलिट्री ड्रिल्स और अपने हथियारों की तैनाती कर रहे हैं। किम ने अपने अधिकारियों से अमेरिका के खिलाफ खड़े देशों के साथ एकजुटता बढ़ाने को कहा है।