सरपंच समेत 6 गिरफ्तार, 16 की तलाश जारी
रायपुर। छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में पशु तस्करी के शक में ग्रामीणों ने एक युवक की पीट-पीटकर जान ले ली। वहीं 5 लोग गंभीर रूप से घायल कर दिए। इन सभी को आरोपियों ने सामुदायिक भवन में बंद कर दिया और दो दिन तक लाठी-डंडों से पीटते रहे। इस मारपीट में जान गंवाने वाला युवक मध्यप्रदेश का रहने वाला था। ये लोग ट्रक में भैंस लेकर दूसरे गांव पहुंचाने जा रहे थे। इस मामले में पुलिस ने सरपंच और जनपद सदस्य के पति सहित 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। खैरझिटी निवासी अशोक पनिका ने बुधवार सुबह अमरकंटक के ग्राम मेडाखार निवासी लवकेश से 4 भैंसे साल्हेघोरी गांव के छिरहट्टी तक पहुंचाने के लिए 400 रुपए में सौदा किया था। लवकेश अपने साथी विकास के साथ रात करीब 9 बजे छिनपानी गांव से भैंसों को लेकर रवाना हुआ। रास्ते में उन्हें जनपद सदस्य सुखराम मिला और उसने भैंसों के बारे में पूछा। जब उससे रसीद दिखाने को कहा, तो लवकेश ने कहा कि रसीद नहीं है। इसके बाद वह भैंसों को लेकर आगे चला गया। इसके कुछ ही देर बाद छिरहट्टी घाट के आगे जंगल में जनपद सदस्य सुखराम फिर 10-12 ग्रामीणों के साथ मिला। आरोप है कि उसने इन सभी ने विकास और लवकेश की लात-घूंसों और लाठी-डंडों से पिटाई शुरू कर दी। फिर दोनों को सामुदायिक भवन में ले जाकर पीटा और घरवालों को बुलाने के लिए कहा। इस पर लवकेश ने अपने भाई मुकेश और चाचा सूरत बंजारा को घटना की जानकारी दी और मौके पर आने के लिए कहा।
रातभर बंद रखा, सुबह फिर पिटाई की
लवकेश और विकास को आरोपी सामुदायिक भवन के कमरे में बंद कर बाहर से ताला लगाकर चले गए। बताया जा रहा है कि गोविंद बैगा नाम का लड़का वहां रखवाली कर रहा था जो देर रात घर चला गया। उधर तड़के 4 बजे विकास के चाचा सूरत, भाई मुकेश और ओम प्रकाश मौके पर पहुंचे। उन्होंने सामुदायिक भवन के कमरे का ताला तोड़कर दोनों को बाहर निकाला। इसके बाद आरोपी फिर पहुंच गए और सभी को सामुदायिक भवन में ले जाकर डंडों से फिर मारपीट शुरू कर दी। यह सिलसिला सुबह 11 बजे तक चलता रहा।