
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 जुलाई 2025 को बिहार के मोतिहारी में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए बिहार के विकास का नया खाका खींचा। उन्होंने कहा, “हमारा संकल्प है कि जैसे पश्चिमी भारत में मुंबई का नाम है, वैसे ही पूर्वी भारत में मोतिहारी का नाम रोशन होगा। पुणे जैसा औद्योगिक विकास पटना में होगा और गुरुग्राम जैसे अवसर गया में सृजित होंगे।” इस दौरान उन्होंने 7,200 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया, जिसमें रेलवे, सड़क और ग्रामीण विकास से जुड़ी योजनाएं शामिल हैं।
प्रधानमंत्री मोदी खुली गाड़ी में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के साथ गांधी मैदान, मोतिहारी पहुंचे। हजारों समर्थकों ने ‘मोदी-मोदी’ और ‘भारत माता की जय’ के नारों के साथ उनका स्वागत किया। सभा में भारी भीड़ और उत्साह देखने को मिला। पीएम ने अपने भाषण में ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा, “बिहार की इस धरती से मैंने ऑपरेशन सिंदूर का संकल्प लिया था, और आज पूरी दुनिया इसकी सफलता देख रही है।”
पीएम मोदी ने राजद और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के दौरान बिहार को 10 साल में केवल 2 लाख करोड़ रुपये मिले, जो नीतीश कुमार की सरकार के खिलाफ ‘बदले की राजनीति’ थी। 2014 में केंद्र में आने के बाद उन्होंने इस राजनीति को खत्म किया और एनडीए सरकार ने बिहार के विकास के लिए कई गुना अधिक धनराशि प्रदान की। उन्होंने राजद-कांग्रेस शासन को भ्रष्टाचार और अव्यवस्था का दौर बताते हुए कहा, “उस समय गरीबों का पैसा गरीबों तक नहीं पहुंचता था।”
प्रधानमंत्री ने आवास योजना की सफलता पर जोर देते हुए बताया कि देशभर में 4 करोड़ से अधिक पक्के घर बनाए गए हैं, जिनमें बिहार में 60 लाख घर शामिल हैं। मोतिहारी जिले में ही 3 लाख परिवारों को पक्के घर मिले हैं, और 12,000 परिवारों को इस आयोजन में चाबियां सौंपी गईं। उन्होंने कहा, “यह संख्या नार्वे, न्यूजीलैंड और सिंगापुर की कुल आबादी से अधिक है।”
पीएम मोदी ने नीतीश कुमार सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने वृद्ध, विधवा और दिव्यांगों की पेंशन बढ़ाई है। बिहार में 20 लाख से अधिक ‘लखपति दीदी’ बन चुकी हैं, जो स्वयं सहायता समूहों के जरिए आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हुई हैं। इसके अलावा, 10 लाख लोगों को नौकरी दी गई है और 10 लाख और लोगों को रोजगार देने की दिशा में काम चल रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि चंपारण, गया, जमुई और औरंगाबाद जैसे जिलों में नक्सलवाद अब अंतिम सांसें ले रहा है। उन्होंने बिहार के मखाना किसानों को वैश्विक बाजार से जोड़ने और मखाना बोर्ड के गठन की बात कही, जिससे मखाना की कीमतों में वृद्धि हुई है।
मोदी ने बिहार को चार अमृत भारत ट्रेनों की सौगात दी, जिनमें से एक मोतिहारी से दिल्ली के लिए चलेगी। उन्होंने 5,385 करोड़ रुपये की रेल परियोजनाओं का उद्घाटन किया, जिसमें दरभंगा-नरकटियागंज रेल लाइन का दोहरीकरण (4,079 करोड़ रुपये) और दरभंगा-थलवारा लाइन (585 करोड़ रुपये) शामिल हैं। इसके अलावा, 1,173 करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाएं और 400 करोड़ रुपये की सामुदायिक निधि 61,500 स्वयं सहायता समूहों के लिए जारी की गई।