सरगुजा जिले के राजस्व न्यायालयों में व्याप्त अव्यवस्था और मनमानी को दूर करने के लिए सरगुजा कलेक्टर जिले में पारदर्शी व्यवस्था लागू करने की तैयारी में है। दूसरी ओर भूमि दलाल पटवारी और अन्य कर्मचारियों के साथ मिलकर बेश कीमती जमीन को खरीद बिक्री का खेल खेल रहे हैं। ताजा मामला उदयपुर विकासखंड का है।
ग्राम उदयपुर निवाशी बेवा महिला पनमेस्वरी यादव ने कलेक्टर और एसडीएम कार्यालय में शिकायत की कि उसके ससुर स्वर्गीय बूडगी के छह उत्तराधिकारी पुत्र हैं, किंतु ससुर की मृत्यु के बाद तत्कालीन पटवारी बदन सिंह, पैकरा सचिव गोपाल यादव, राजस्व अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर छलपूर्वक खाते की भूमि को उसके पति के नाम फौती दर्ज कर बेशकीमती जमीन को बिक्री कर दिया गया।
इस मामले में पटवारी ने भी अपनी गलती स्वीकार की है। वही, पीड़ित महिला सहित भूमि के हकदार लोग मामले की शिकायत कलेक्टर और एसडीएम से कर न्याय की गुहार लगा रहे हैं। बहरहाल कलेक्टर विलास भोस्कर ने शत-प्रतिशत राजस्व प्रकरणों को निराकरण की बात कर रहे हैं, ताकि इसका सीधा लाभ पक्षकारों को मिले। लेकिन ऐसे भूमि दलाल और राजस्व अधिकारी को मिलीभगत से किया जा रहे फर्जीवाडे को कैसे रोका जा सकता है देखने वाली बात होगी?