कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में चार दिन बाद भी विकास दुबे पुलिस की गिरफ्त से दूर है. यूपी पुलिस ने विकास की तलाश में 40 टीमें गठित की हैं. इसके अलावा एसटीएफ भी अलग-अलग जगह दबिश दे रही है. यूपी नेपाल सीमा के अलावा यूपी-एमपी और यूपी-राजस्थान सीमा पर भी गश्त बढ़ा दी गई है. हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे पर अब पुलिस ने ढाई लाख रुपये का इनाम घोषित किया है. इसके अलावा पूरे प्रदेश के टोल नाकों पर उसके पोस्टर भी लगाए गए हैं. मामले में अब तक चार पुलिसकर्मी निलंबित किए जा चुके है. सोमवार को तीन और पुलिस कर्मी निलंबित किए गए. शनिवार को चौबेपुर थानाध्यक्ष को भी निलंबित कर दिया गया था.
- सूत्रों के मुताबिक डीआईजी अनंत देव तिवारी की भूमिका पर जांच के आदेश दिए गए हैं. एक नहीं बल्कि आधा दर्जन से ज़्यादा पत्र लिखे थे शहीद डिप्टी एसपी ने. अनंत तिवारी की भूमिका की जांच एडीजी कानपुर जोन करेंगे. डिप्टी एसपी की लिखित शिकायत के बावजूद एसएसपी रहे अनंत देव तिवारी ने एसओ विनय तिवारी पर कोई कार्रवाई नहीं की थी. डिप्टी एसपी ने पशु तस्कर और रेप आरोपी को छोड़ने की भी एसएसपी से शिकायत की थी. डिप्टी एसपी की कॉल रिकॉर्डिंग और लेटर वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया. वर्तमान में अनंत देव तिवारी डीआईजी एसटीएफ हैं.
- विकास दुबे के करीबी जय बाजपेई के भी कानपुर के तत्कालीन SSP अनंत देव से गहरे संबंध थे. जय को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है. उसके घर से लग्जरी गाड़ियां भी ज़ब्त की गई हैं. जय बाजपेई की बेटी की बर्थडे पार्टी में शामिल हुआ था विकास दुबे, जिसकी तस्वीरें सामने आई थी.