
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 14 दिसंबर से तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे पर हैं। इस दौरान वे कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा की स्थिति की समीक्षा करेंगे। इस दौरे की खास बात उनके “अज्ञातवास” और सीक्रेट मीटिंग का रहस्य है। 14 दिसंबर को रायपुर आगमन और विश्राम करेंगे। शाह 14 दिसंबर को रात 11:10 बजे रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे। वे नवा रायपुर स्थित मेफेयर रिसोर्ट में ठहरेंगे। 15 दिसंबर को पुलिस सम्मान और बस्तर दौरा करेंगे।
रायपुर पुलिस ग्राउंड में “राष्ट्रपति पुलिस कलर्स अवार्ड” समारोह में भाग लेंगे और पुलिस अधिकारियों को सम्मानित करेंगे। जगदलपुर के लिए उड़ान भरेंगे। इंदिरा प्रियदर्शनी खेल मैदान में बस्तर ओलंपिक के समापन समारोह में शिरकत करेंगे।सुरक्षाबलों के अधिकारियों और जवानों के साथ नक्सल अभियान की प्रगति पर चर्चा करेंगे और भाजपा कार्यकर्ताओं से मिलेंगे। इसके बाद रात्रि विश्राम जगदलपुर में रहेंगे 16 दिसंबर को अमर वाटिका में शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे और शहीद परिवारों तथा वामपंथी हिंसा के पीड़ितों से भेंट करेंगे। इसके बाद एक गुप्त स्थान पर जाएंगे और एक सीक्रेट मीटिंग में हिस्सा लेंगे।
महत्वपूर्ण है कि अमित शाह के इस दौरे में सबसे अधिक चर्चा उनके दो घंटे के “अज्ञातवास” और सीक्रेट मीटिंग की हो रही है। यह बैठक कहां और किससे होगी, इस पर अभी तक सस्पेंस बरकरार है। अमित शाह का यह दौरा न केवल सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि आगामी राजनीतिक रणनीतियों को लेकर भी अहम माना जा रहा है। उनकी गुप्त बैठक और अज्ञातवास को लेकर उत्सुकता और कयासों का दौर जारी है।