तालिबान ने अपने पिछले शासन से इतर अफगानिस्तान में महिलाओं और लड़कियों की शिक्षा तथा नौकरी के लिए सैद्धांतिक प्रतिबद्धता जताई है। उसने अफगानिस्तान के जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए दुनियाभर से दया व सहानूभूति की अपील की है।
अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी ने कहा कि तालिबान सरकार सभी देशों से मधुर संबंध रखना चाहती है। उसे अमेरिका से भी कोई आपत्ति नहीं है। मुत्ताकी ने अमेरिका व अन्य देशों से 10 अरब डालर की राशि जारी करने की अपील की, जिसे 15 अगस्त को अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद जब्त कर लिया गया है। काबुल स्थित अपने मंत्रालय में दिए गए साक्षात्कार में मुत्ताकी ने कहा, ‘अफगानिस्तान के खिलाफ प्रतिबंध से किसी को कोई फायदा नहीं होने वाला। अफगानिस्तान को अस्थिर करना अथवा सरकार को कमजोर बनाना किसी के हित में नहीं होगा।”
लड़कियों की शिक्षा और उनके काम करने पर रोक लगाने संबंधी तालिबान के फैसले तथा दुनियाभर में हो रही उनकी आलोचना पर मुत्ताकी ने कहा, ‘सरकार को लड़का-लड़की के लिए अलग-अलग व्यवस्थाएं करनी हैं।” तालिबान नेता ने कहा, ‘हमने पिछले शासन के मुकाबले इस बार प्रशासन व नीतियों के मामले में प्रगति की है… 34 में से 10 प्रांतों में कक्षा 12 तक की छात्राओं को स्कूल जाने की अनुमति दी गई है। निजी स्कूल व विश्वविद्यालय भी खुल चुके हैं और स्वास्थ्य क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं को ड्यूटी पर लौटाने के लिए कहा गया है।” कार्यवाहक मंत्री ने सफाई दी कि तालिबान ने विपक्षियों को निशाना नहीं बनाया है।