
पाकिस्तान में 8 फरवरी को हुए चुनाव में धांधली का आरोप लगाने वाले रावलपिंडी के पूर्व कमिश्नर लियाकल अली चट्टा अपनी बात से पलट गए हैं। गुरुवार रात जारी बयान में उन्होंने कहा- मैंने इमरान खान की पार्टी PTI के कहने पर बेबुनियाद आरोप लगाए। अब मैं शर्मसार हूं। मुल्क की बदनामी कराने का गुनहगार हूं। कानून जो चाहे वो सजा मुझे दे सकता है। लियाकत ने 16 फरवरी को मीडिया से कहा था- निर्दलीय 70-80 हजार वोटों के साथ जीत रहे थे, लेकिन हमने नकली बैलेट पेपर के जरिए उन्हें हरा दिया। मैं अपने जुर्म की पूरी जिम्मेदारी लेता हूं। दूसरी तरफ, नवाज शरीफ की पार्टी PML-N ने आरोप लगाया है कि इमरान ने लियाकत को अमेरिका में फ्लैट के साथ करोड़ों रुपए देने का ऑफर दिया था। इसके बाद लियाकत ने मुल्क को बदनाम करने वाले आरोप लगाए।
रावलपिंडी के पोलिंग अधिकारी लियाकत अली चट्टा ने स्वीकार किया था कि उन्होंने चुनाव में धांधली की थी। इस अधिकारी ने कहा था- धांधली में चुनाव आयोग के अध्यक्ष और पाकिस्तान के चीफ जस्टिस भी मिले हुए हैं। हमने चुनाव में हार रहे उम्मीदवारों को 50 हजार वोटों के अंतर से जिताया है। यह सब PTI समर्थन वाले निर्दलीयों को हराने के लिए किया गया। मैं मुल्क को तोड़ने के इस जुर्म का भागीदार नहीं बनना चाहता। आरोपों के बीच सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस काजी फैज ईसा ने कहा था- पोलिंग अफसर सबूत दें कि चुनावी धांधली में वो शामिल थे। नवाज की पार्टी PML-N की प्रवक्ता मरियम औरंगजेब ने भी पोलिंग अधिकारी के आरोपों को बेबुनियाद बताया था।