जगदलपुर। छत्तीसगढ़- महाराष्ट्र बॉर्डर पर गढ़चिरौली में शनिवार को हुई मुठभेड़ में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली। महाराष्ट्र पुलिस की एलीट कमांडो फोर्स सी-60 ने कुल 1.36 करोड़ के इनामी 26 माओवादियों को ढेर किया। इनमें 4 महिला माओवादी भी शामिल हैं। सभी की शिनाख्त हो चुकी है। 26 नक्सलियों के शव लेकर कमांडोज रविवार को गढ़चिरौली मुख्यालय लौटे।। साथियों ने आॅपरेशन को सफल बनाने वाली टीम का ढोल बजाकर स्वागत किया। मारे गए नक्सलियों में एक 50 लाख रुपए का इनामी नक्सली मिलिंद उर्फ दीपक उर्फ जीवा भी शामिल है। यह नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी का सदस्य था। इसके अलावा 16 लाख रुपए का इनामी महेश उर्फ शिवाजी गोटा भी शामिल है। यह नक्सली छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के जगरगुंडा का निवासी था। कमांडोज ने लोकेश उर्फ मंगू पोडयाम कंपनी कमांडर 4 को भी मार गिराने में सफलता पाई है। इस पर 20 लाख रुपए का इनाम था।
बस्तर के 46 लाख के इनामी 7 माओवादी भी मारे गए
गढ़चिरौली में हुई मुठभेड़ में जवानों ने जिन 26 नक्सलियों को ढेर किया है। उनमें से 7 माओवादी बस्तर के हैं। सभी पर 46 लाख रुपए का इनाम घोषित था। सबसे ज्यादा लोकेश पर 20 लाख रुपए का इनाम था। लच्छू और कोसा पर 4-4 लाख, किसन उर्फ जयमन और सन्नू पर 8-8 लाख रुपए का इनाम था। चेतन 2 लाख रुपए का इनामी था। इनमें एक महिला माओवादी भी शामिल है, जिसकी हिस्ट्री खंगाली जा रही है।
कौन है खूंखार नक्सली मिलिंद
गढ़चिरौली एनकाउंटर में कमांडोज ने खूंखार नक्सली मिलिंद को भी मार गिराया है। इस पर 50 लाख रुपए का इनाम घोषित था। यह कई बड़ी घटनाओं में भी शामिल रहा है। यह नक्सलियों को गोरिल्ला युद्ध प्रशिक्षण देने के लिए शिविर आयोजित करता था। इससे प्रशिक्षण लिए कई लीडर आज महाराष्ट्र, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्य में तांडव मचा रहे हैं। मिलिंद की पत्नी भी माओवादी संगठन में थी , जिसे 2011 में गिरफ्तार किया गया था।
3 कमांडोज भी हैं घायल, 29 हथियार बरामद
गढ़चिरौली के एसपी अंकित गोयल ने बताया- करीब 10 घंटे तक पुलिस और नक्सलियों की मुठभेड़ चली। 3 जवानों को भी गोली लगी। तीनों घायल जवानों को नागपुर रेफर किया गया है। उनका इलाज जारी है। घटनास्थल से टीम ने 5 अङ-47, 9 रछफ , 1 इंसास, 3 थ्री नॉट थ्री, 9 बारह बोर बंदूक समेत 1 पिस्टल बरामद की गई है। कुल 29 हथियार समेत भारी मात्रा में अन्य सामान भी बरामद किए गए हैं।
ऐसे मिली कामयाबी
गढ़चिरौली पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि ग्यारापट्टी के जंगल में कई हथियारबंद हार्डकोर इनामी माओवादी मौजूद हैं। इसी सूचना के आधार पर गढ़चिरौली के सी-60 कमांडोज की टीम को शनिवार की सुबह इसी इलाके में आॅपरेशन के लिए रवाना किया गया था। जवान चारों तरफ से इस इलाके को घेर रहे थे। इस बीच सुनसान जंगल में नक्सलियों को कुछ चहल-पहल की आहट सुनाई पड़ी। ऊंचाई वाली जगह पर मौजूद नक्सलियों की नजर फोर्स पर पड़ी। जिसके बाद नक्सलियों ने फायर खोल दिया। कमांडो टीम ने भी नक्सलियों को मुहंतोड़ जवाब दिया। जवाबी कार्रवाई में जवान एक के बाद एक नक्सलियों को ढेर कर आगे बढ़ते गए। नक्सलियों ने फोर्स पर कई यूबीजीएल भी दागे थे। दोनों तरफ से कुछ देर तक फायरिंग रुकी भी थी। तब तक टीम ने कई नक्सलियों को मार गिराया था। थोड़ी देर बाद फिर गोलीबारी शुरू हो गई। घने जंगल का सहारा लेकर कई बड़े नक्सली नेता भाग खड़े हुए। कईयों को गोली भी लगने की बात कही जा रही है। लगभग 10 घंटे तक चली इस मुठभेड़ में कमांडोज ने 26 नक्सलियों के शव बरामद किए और दूसरे दिन लौट आए।