रायपुर, 11 सितंबर 2023: सरगुजा जिले के उदयपुर ब्लॉक में राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड को आवंटित परसा ईस्ट कांता बासन (पीईकेबी) कोयला खदान में उत्पादन सितंबर के अंत तक बंद होने की सूचना से स्थानीय ग्रामीणों में रोष है। ग्रामीणों ने प्राभावित उनके आजकल रायपुर पहुंचकर मुख्यमंत्री सहित अब राज्यपाल से गुहार लगाई है, दावा करते हुए कि खदान बंद होने से क्षेत्र के 5000 से अधिक युवा बेरोजगार हो जाएंगे।
राजस्थान के मुख्यमंत्री का पत्र
राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ को पीईकेबी कोयला ब्लॉक के दूसरे चरण को सौंपने के लिए पिछले दिनों एक एसओएस भेजा है, जिसमें राजस्थान राज्य को थर्मल विद्युत संयंत्रों में ईंधन की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
यहाँ तक कि राजस्थान में बिजली सप्लाई प्रभावित हो रही है, क्योंकि पीईकेबी खदानों को आरवीयूएनएल के 4,340 मेगावाट बिजली उत्पादन के लिए सौंपा गया था, लेकिन वन मंजूरी और पेड़ों को काटने की अनुमति की प्रक्रिया में समय लग गया।
इसके परिणामस्वरूप, विरोध के कारण 135 हेक्टेयर में से लगभग 91 हेक्टेयर का काम पूरा नहीं हो सका। छत्तीसगढ़ से प्रतिदिन पांच से छह रेक ही मिल रही हैं, और पेड़ों की कटाई में देरी के परिणामस्वरूप पीईकेबी कोयला खदान से आपूर्ति बंद हो जाएगी, जिससे राजस्थान में बिजली सप्लाई प्रभावित होगी।
ग्रामीणों की चिंता: बेरोजगारी और क्षेत्र के विकास कार्यों पर बाधा
ग्राम पंचायत परसा, साल्ही, जनार्दनपुर, फतेहपुर, तारा और घाटबार्रा इत्यादि ग्रामों के ग्रामीणों ने अपनी आजीविका बचाने के लिए गत 21 अगस्त को उपमुख्यमंत्री और क्षेत्र के विधायक सहित रायपुर में मुलाकात की थी। इन ग्रामीणों का यह समूह प्रदेश के मुख्यमंत्री निवास कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री से मिलकर उनकी चिंताओं को व्यक्त करने का मौका प्राप्त करता है।
ग्रामीणों ने खदान की बंद होने के बाद युवाओं के बेरोजगार होने की चिंता व्यक्त की है, जिन्हें इस खदान के संचालन में रोजगार मिल रहा था। उन्होंने इसके परिणामस्वरूप क्षेत्र के विकास कार्यों पर भी बाधा डालने का डर व्यक्त किया है, क्योंकि खदान से मिलने वाले रोजगार के साथ ही स्थानीय विकास कार्य भी प्रभावित हो सकते हैं।
आपी बडी समस्या: बिजली सप्लाई में कमी का सामना
पीईकेबी कोयला ब्लॉक के बंद हो जाने से राजस्थान में बिजली सप्लाई पर भी प्रभाव पड़ रहा है। राजस्थान राज्य को पीईकेबी खदानों से 4,340 मेगावाट की बिजली आपूर्ति की जरूरत थी, लेकिन खदान के संचालन में देरी के कारण यह सप्लाई पूरी नहीं हो पा रही है।
राजस्थान में पिछले कुछ सप्ताहों से बिजली सप्लाई में कमी के चलते बिजली आपूर्ति में बड़ी कमी आई है, जिससे अस्पतालों, उद्योगों, और घरों में बिजली की कमी हो रही है।
राजस्थान में बिजली सप्लाई को लेकर गंभीर समस्याएं हो रही हैं, और इसे तब सुलझाना होगा जब पीईकेबी कोयला ब्लॉक के संचालन में देरी का समाधान होगा।