छत्तीसगढ़, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और घने जंगलों के लिए प्रसिद्ध है, अब ‘एक पेड़ माँ के नाम’ नामक वृक्षारोपण अभियान के लिए भी जाना जाएगा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में यह अभियान शुरू किया गया है, जिसका उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और मातृत्व का सम्मान करना है। इस अभियान के तहत हर व्यक्ति को अपनी माँ के सम्मान में एक पौधा लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
IMG 20240731 WA0052
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर इस अभियान का शुभारंभ किया था। देशभर में सितम्बर 2024 तक 80 करोड़ और मार्च 2025 तक 140 करोड़ वृक्षों के रोपण का लक्ष्य रखा गया है। छत्तीसगढ़ राज्य में इस महावृक्षारोपण अभियान के तहत 2 करोड़ 75 लाख पौधों का रोपण किया जा रहा है, जिसमें वन विभाग द्वारा वन और वनेत्तर क्षेत्रों में 3 करोड़ 95 लाख 85 हजार पौधे लगाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 4 जुलाई को ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान की शुरुआत करते हुए रायपुर में अपने निवास पर दहीमन का पौधा लगाया। उन्होंने नागरिकों से अपनी माँ के नाम पर एक पेड़ लगाने का आग्रह किया। दहीमन का पौधा, जो सरगुजा क्षेत्र में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। इस अभियान के तहत लोग अपनी माँ के सम्मान में पेड़ लगाने के अलावा देवी-देवताओं के नाम पर भी पौधे लगा रहे हैं।
इस अभियान में फलदार, लघु वनोपज, और औषधीय प्रजाति के पौधे जैसे आम, जामुन, नीम, और आंवला लगाए जा रहे हैं। शहरी क्षेत्रों में छायादार प्रजातियां जैसे बरगद, पीपल, और गुलमोहर लगाए जा रहे हैं। अभियान के अंतर्गत सभी स्कूलों, आंगनवाड़ी केंद्रों, पुलिस चौकियों, और अस्पतालों में भी वृक्षारोपण किया जा रहा है।
वर्तमान समय में वनों की कटाई और प्रदूषण की बढ़ती समस्या को देखते हुए, इस अभियान का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक पेड़ लगाकर पर्यावरण को सुरक्षित रखना है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए विभिन्न माध्यमों से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ में इस अभियान के तहत जून माह में 13 लाख और जुलाई माह में 1 करोड़ 38 लाख पौधे लगाए जा चुके हैं। अगस्त के अंत तक राज्य में कुल 2 करोड़ 75 लाख पौधों का रोपण किया जाएगा। यह अभियान न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि मातृत्व का सम्मान करने का भी एक अनूठा तरीका है।
‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने, धरती का तापमान कम करने, भूजल स्तर को ऊपर लाने और प्रदूषण नियंत्रण में महत्वपूर्ण योगदान देगा। इस प्रकार के अभियानों से हम एक हरित और स्वच्छ भविष्य की कल्पना कर सकते हैं।
छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित नान घोटाले मामले में रिटायर्ड IAS आलोक शुक्ला और IAS अनिल टुटेजा को रायपुर की विशेष अदालत ने जमानत दे दी है। हालांकि, जमानत मिलने के बावजूद अनिल टुटेजा अभी जेल में रहेंगे, क्योंकि शराब घोटाले मामले...
दिवाली का त्योहार स्वादिष्ट पकवानों और खुशियों का प्रतीक है। इस मौके पर गुजिया, नमकीन और मठरी तो सभी बनाते हैं, लेकिन इस बार कुछ नया ट्राय करें। महाराष्ट्र की फेमस भाकरवाड़ी बनाकर मेहमानों को चौंकाएं। यह क्रिस्पी और मसालेदार...
रायपुर। छत्तीसगढ़ में मानसून का सीजन अब समाप्ति की ओर है, लेकिन मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है। राज्य के कई हिस्सों में सुबह-शाम कोहरा छा रहा है और गुलाबी ठंड का एहसास होने लगा है। मौसम...
भारत के स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस एमके1ए ने आज अपनी पहली उड़ान भरी। हिंदुस्तान एयरोनोटिक्स लिमिटेड के नासिक स्थित एयरक्राफ्ट मैन्युफैक्चरिंग डिविजन में यह उड़ान हुई। भारत में लड़ाकू विमान निर्माण की दिशा में यह अहम पल है। इस ऐतिहासिक...
दिवाली की शुभकामनाएं! दीपावली का पर्व न केवल दीपों की जगमगाहट और आतिशबाजियों की चमक का उत्सव है, बल्कि यह धन, समृद्धि और सुख-शांति की कामना का प्रतीक भी है। इस दिन माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की...
मेष राशि : आज का दिन आपके लिए समस्याओं से भरा रहने वाला है। आपको एक के बाद एक समस्या रहने से आपका मन परेशान रहेगा, इसलिए आपको अपनी वाणी पर संयम रखना होगा। अपने कामों को भी थोड़ा धैर्य...
टेलीविजन का चर्चित सुपरनैचुरल शो ‘नागिन’ इस दिवाली एक नए रूप में दर्शकों के सामने आ रहा है। एकता कपूर के प्रोडक्शन हाउस की यह हिट सीरीज अब अपने सातवें सीजन के साथ धमाका करने को तैयार है। मेकर्स ने...
लुधियाना से दिल्ली जा रही अमृतसर–सहरसा गरीब रथ एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 12204) में शनिवार सुबह अचानक आग लगने की घटना हुई। यह हादसा पंजाब के सरहिंद रेलवे स्टेशन के पास हुआ। शुरुआती जानकारी के अनुसार, ट्रेन सरहिंद स्टेशन से चलने...
पहले 21 अक्टूबर 2025 को गोवर्धन पूजा के अवसर पर घोषित स्थानीय अवकाश को संशोधित कर दिया गया है। अब इस स्थान पर 10 दिसंबर 2025 को शहीद वीर नारायण सिंह बलिदान दिवस के रूप में स्थानीय अवकाश रहेगा। कलेक्टर...
संतों का असली तेज उनकी बाहरी आभा में नहीं, बल्कि उनके विनम्र अंतरमन में झलकता है। इसकी एक सजीव बानगी हाल ही में वृंदावन में देखने को मिली, जब रैवासा पीठाधीश्वर राजेंद्र दास जी महाराज, वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद...