
नई दिल्ली, 20 सितंबर 2024 — बस्तर के नक्सल पीड़ितों के लिए आज राष्ट्रपति भवन में उम्मीद की एक नई किरण जगी। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र से 70 लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने पहुंचा। वर्षों के अत्याचार झेलने के बाद उनके चेहरे पर दर्द की झलक दिखी, लेकिन आंखों में उम्मीद की चमक भी थी।

इस मुलाकात का मुख्य उद्देश्य नक्सली हिंसा से प्रभावित लोगों की समस्याओं को राष्ट्रपति के सामने रखना और माओवादी आतंक से बस्तर को मुक्त कराने की अपील करना था। पीड़ितों ने बताया कि माओवादी हमलों ने उनके जीवन को तहस-नहस कर दिया है, सैकड़ों लोग मारे गए या अपंग हो गए हैं।

प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री साय की संवेदनशील पहल की सराहना की, जिनके प्रयासों से बस्तर में शांति और विकास की दिशा में कई कदम उठाए गए हैं। उन्होंने राष्ट्रपति से बस्तर में शांति और पुनर्निर्माण के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की। राष्ट्रपति मुर्मू ने पीड़ितों की बातों को गंभीरता से सुना और आश्वासन दिया कि सरकार बस्तर में शांति और विकास सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी।