
वक्फ संशोधन बिल के लिए गठित संयुक्त संसदीय समिति यानी JPC की बैठक का विपक्षी सांसदों ने बहिष्कार कर दिया। विपक्षी सांसदों ने आरोप लगाया कि कर्नाटक राज्य अल्पसंख्यक आयोग और कर्नाटक अल्पसंख्यक विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष अनवर मणिप्पाडी की प्रस्तुति वक्फ विधेयक के बारे में नहीं थी। उन्होंने आरोप लगाया कि कर्नाटक सरकार और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के खिलाफ अनवर अनावश्यक आरोप लगा रहे हैं। जो समिति के अनुरूप नहीं है और स्वीकार्य नहीं है।
जेपीसी की बैठक का कांग्रेस के गौरव गोगोई और इमरान मसूद, शिव सेना (यूबीटी) के अरविंद सावंत, डीएमके के ए राजा, Aimim के असदुद्दीन ओवैसी, सपा के मोहिबुल्लाह और आप के संजय सिंह ने विरोध किया। शिवसेना (यूबीटी) के सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि उन्होंने जेपीसी की बैठक का बहिष्कार किया है, क्योंकि समिति सिद्धांतों के साथ काम नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि हमने बहिष्कार किया है, क्योंकि समिति सिद्धांतों और मानदंडों के साथ काम नहीं कर रही है। नैतिक और सैद्धांतिक रूप से वे गलत हैं।