
छत्तीसगढ़ कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर एक नया विवाद सामने आया है। नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने अंबिकापुर में एक सार्वजनिक मंच से बयान दिया कि आगामी चुनाव में टीएस सिंहदेव की अगुवाई में कांग्रेस चुनाव लड़ेगी और प्रदेश में फिर से कांग्रेस की सरकार बनेगी। इस बयान को लेकर भाजपा ने बखेड़ा खड़ा कर दिया और इसे कांग्रेस के अंदर चल रहे गुटीय संघर्ष का परिणाम बताया। भूपेश बघेल की पार्टी के भीतर बढ़ती अहमियत को लेकर महंत के बयान को भाजपा ने एक अवसर के रूप में देखा और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को घेरने की कोशिश की।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष किरण देव सिंह ने कहा कि महंत का यह बयान कांग्रेस के अंदर चल रहे सत्ता संघर्ष को दर्शाता है और यह कांग्रेस की गुटबाजी का ही संकेत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की विचारधारा हमेशा भ्रष्टाचार से जुड़ी रही है और पार्टी ने भूपेश बघेल को ATM के रूप में इस्तेमाल किया। जब भाजपा ने इस मुद्दे को और उछाला, तो पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मीडिया के सामने आना पड़ा। उन्होंने कहा, “चरणदास महंत किसी भी घोषणा के लिए अधिकृत नहीं हैं। यह फैसला पार्टी हाईकमान का है।
वे वरिष्ठ नेता हैं और दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे जी और अन्य वरिष्ठ नेताओं से नियमित रूप से मुलाकात करते हैं। ऐसी कोई घोषणा नहीं हुई है और यदि कुछ होता है तो वह केवल पार्टी हाईकमान से होगा।” इस बयान से यह साफ हो गया कि कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर न केवल सत्ता संघर्ष जारी है, बल्कि इसे लेकर बयानबाजी भी तेज हो गई है।