शनि देव की दृष्टि जीवन में कभी ना कभी हर किसी पर पड़ती है। आमतौर पर ये माना जाता है कि शनि की दृष्टि जिस पर पड़ती है वो परेशानियों से घिर जाता है, ऐसा नहीं है कुछ आसान उपाय से शनि देव को खुश कर अपने बिगड़े काम बना भी सकते हैं। शनिवार को आप इन उपायों को कर अपने जीवन में खुशहाली भी ला सकते हैं।
रुद्राक्ष की माला
सुबह प्रातः काल उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर कुश के आसन पर बैठ जाएं. सामने शनिदेव की मूर्ति या चित्र स्थापित करें व उसकी पंचोपचार से विधिवत पूजन करें. इसके बाद रूद्राक्ष की माला से नीचे लिखे किसी एक मंत्र की कम से कम पांच माला जप करें तथा शनिदेव से सुख-संपत्ति के लिए प्रार्थना करें.
काले चने का भोग
सवा-सवा किलो काले चने अलग-अलग तीन बर्तनों में भिगो दें. इसके बाद नहाकर, साफ वस्त्र पहनकर शनिदेव का पूजन करें और चनों को सरसो के तेल में छौंक कर इनका भोग शनिदेव को लगायें. इसके बाद पहला सवा किलो चना भैंसे को खिला दें. दूसरा सवा किलो चना कुष्ट रोगियों में बांट दें और तीसरा सवा किलो चना अपने ऊपर से उतार कर किसी सुनसान स्थान पर रख आयें.
लाल चन्दन की माला
लाल चन्दन की माला को अभिमंत्रित कर पहनने से शनि के अशुभ प्रभाव कम हो जाते हैं.
मांस मदिरा का सेवन त्यागें
यदि आप पर शनि की साढ़ेसाती, ढय्या या महादशा चल रही हो तो इस दौरान मांस, मदिरा का सेवन न करें. इससे भी शनि के दुष्प्रभाव में कमी आती है.
सरसों के तेल का दीपक
शाम के समय बड़ (बरगद) और पीपल के पेड़ के नीचे सूर्योदय से पहले स्नान आदि करने के बाद सरसो के तेल का दीपक लगायें और दूध एवं धूप आदि अर्पित करें.
डाकोत को दान
एक कांसे की कटोरी में तिल का तेल भर कर उसमें अपना मुख देख कर और काले कपड़े में काले उड़द, सवा किलो अनाज, दो लड्डू, फल, काला कोयला और लोहे की कील रख कर डाकोत (शनि का दान लेने वाला) को दान कर दें.
काला कोयला
सुबह स्नान आदि करने के बाद सवा किलो काला कोयला, एक लोहे की कील एक काले कपड़े में बांधकर अपने सिर पर से घुमाकर बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें और किसी शनि मंदिर में जाकर शनिदेव से प्रार्थना करें.
रोटी खिलाना
चोकर युक्त आटे की 2 रोटी लेकर एक पर तेल और दूसरी पर शुद्ध घी लगाएं. तेल वाली रोटी पर थोड़ा मिष्ठान रखकर काली गाय को खिला दें. इसके बाद दूसरी रोटी भी खिला दें और शनिदेव का स्मरण करें.
काले धागे की माला
अपन दाहिने हाथ के नाप का उन्नीस हाथ लंबा काला धागा लेकर उसको बटकर माला की भांति गले में पहनें. इस प्रयोग से भी शनिदेव का प्रकोप कम होता है.
काले चने और कच्चा कोयला
शनि जयंती के एक दिन पहले यानी मंगलवार की रात काले चने पानी में भिगो दें. शनि जयंती के दिन ये चने, कच्चा कोयला, हल्की लोहे की पत्ती एक काले कपड़े में बांधकर मछलियों के तालाब में डाल दें. यह टोटका पूरा एक साल करें. इस दौरान भूल से भी मछली का सेवन न करें.