
छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सल उन्मूलन और पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर 4 माओवादियों ने लाल आतंक छोड़कर आत्मसमर्पण किया। इनमें 2 लाख की इनामी कलमू आयते (केएएमएस अध्यक्ष, दुलेड़ आरपीसी) भी शामिल है। अन्य तीन नुप्पो रघु, मड़कम कोना और सोड़ी लच्छा (मिलिशिया सदस्य, मोरपल्ली आरपीसी) हैं।
नक्सलियों के शोषण, अत्याचार और हिंसा से तंग आकर इन्होंने मुख्यधारा में लौटने का फैसला लिया। सुकमा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में सीआरपीएफ अधिकारियों के समक्ष सरेंडर किया गया। सभी को पुनर्वास नीति के तहत सहायता दी जाएगी।