
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्य बघेल ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच शक्तियों को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। इस मामले की सुनवाई 4 अगस्त को जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जॉयमाल्या बागची की बेंच करेगी।
दरअसल, भूपेश और चैतन्य के खिलाफ 2161 करोड़ रुपये के कथित शराब घोटाले में जांच चल रही है। हाल ही में ED ने चैतन्य बघेल को गिरफ्तार किया था। दोनों ने ED और CBI की जांच और गिरफ्तारी की वैधता पर सवाल उठाए हैं। इससे पहले भी इन एजेंसियों की शक्तियों को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती मिल चुकी है।
CBI ने इस मामले में भूपेश बघेल, कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और अन्य के ठिकानों पर छापेमारी की थी। जांच में इनके तार महादेव सट्टा ऐप से जुड़े होने की बात सामने आई है। छापेमारी के दौरान चैतन्य से जुड़े परिसरों से कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और दस्तावेज जब्त किए गए। यह मामला अब सुप्रीम कोर्ट में नया मोड़ ले सकता है।