देश में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए स्वास्थ्यकर्मियों के बाद अब 50 साल से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। इसके लिए टीकाकरण अभियान मार्च के दूसरे हफ्ते से शुरू होगा। यह जानकारी शुक्रवार को संसद में स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने दी। हालांकि, उन्होंने टीकाकरण शुरू होने की कोई निश्चित तारीख नहीं बताई।
लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान हर्षवर्धन ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि तीसरे चरण में 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को मार्च के दूसरे हफ्ते से वैक्सीन लगाई जाएगी। अभी दूसरे चरण में दो करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स (पुलिसकर्मी, सफाईकर्मी, पालिकाकर्मी इत्यादि) को वैक्सीन लगाई जा रही है। तीसरे चरण के टीकाकरण की शुरुआत की निश्चित तारीख बतानी मुश्किल है, लेकिन यह मार्च के दूसरे, तीसरे या चौथे हफ्ते से शुरू हो जाएगा।
उन्होंने बताया कि तीन फरवरी तक को-विन पोर्टल पर 96.28 लाख स्वास्थ्यकर्मी और 78.51 लाख फ्रंटलाइन वर्कर्स टीका लगवाने के लिए पंजीकरण करा चुके थे। तीन करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को मुफ्त में टीके लगाए जा रहे हैं, जिस पर 480 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि को-विन पोर्टल पर पंजीकृत लाभार्थियों के हिसाब से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को टीकाकरण के परिचालन लागत का भुगतान किया जा रहा है। इसके तहत 1.23 अरब की पहली किस्त का वितरण किया जा चुका है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में पहले चरण के टीकाकरण की शुरुआत 16 जनवरी को की थी। इसमें करीब एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई जा रही है, जिनमें डॉक्टर, नर्स और अस्पताल के अन्य कर्मचारी शामिल हैं।
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बताया कि सरकार ने देश में दो वैक्सीन-कोविशील्ड और कोवैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी है। टीकाकरण अभियान में यही दो वैक्सीन लगाई जा रही हैं। देश में कोरोनारोधी और सात वैक्सीन पर काम चल रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि अभी तक 50 लाख लोगों को टीका लगाया जा चुका है।