
अहमदाबाद में जून 2025 में हुए एयर इंडिया बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान हादसे में पायलट-इन-कमांड रहे दिवंगत कैप्टन सुमीत सभरवाल के पिता पुष्करराज सभरवाल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर दुर्घटना की निष्पक्ष, पारदर्शी और तकनीकी रूप से सुदृढ़ जांच की मांग की है। इस हादसे में 260 लोगों की मौत हुई थी।
88 वर्षीय पुष्करराज सभरवाल और फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स ने याचिका में आरोप लगाया है कि दुर्घटना की प्रारंभिक जांच “बेहद दोषपूर्ण” है और जांच दल केवल पायलटों पर दोषारोपण कर रहा है, जबकि वे अब अपना बचाव नहीं कर सकते। उनका कहना है कि विमान दुर्घटना जांच बोर्ड (AAIB) की प्रारंभिक रिपोर्ट में मानवीय भूल को कारण बताना एकतरफा निष्कर्ष है।
याचिका में कहा गया है कि इस जांच पद्धति के कारण तकनीकी और प्रक्रियात्मक खामियों की अनदेखी की जा रही है, जिससे भविष्य में उड़ान सुरक्षा पर खतरा बना रहेगा। साथ ही, जांच दल की संरचना पर भी सवाल उठाए गए हैं – जिसमें डीजीसीए और राज्य विमानन प्राधिकरणों के अधिकारी शामिल हैं, जो स्वयं इस मामले से जुड़े हैं। याचिकाकर्ताओं ने मांग की है कि जांच सेवानिवृत्त न्यायाधीश की निगरानी में कराई जाए, ताकि सच्चाई और जवाबदेही सुनिश्चित हो सके।