रायपुर। कल बड़े ही धूमधाम से देशभर में शिवरात्रि मनाई जाएगी। इसकी रौनक आज से ही नजर आने लगी है। राजधानी में भी हर शिवालयों में जोरदार तैयारी की जा रही है। कहीं भगवान को भांग के फूलों से सजाने की तैयारी है। तो वहीं बाजे गाजे के साथ शिव पार्वती का विवाह कराने की। कोरोना की गाइडलाइन का पालन करते हुए मंदिरों में विशेष तैयारी की गई है सावधानी के साथ पूजा का मौका भक्तों को दिया जाएगा।
राजधानी के हाटकेश्वर महादेव मंदिर में सुबह 4:00 बजे से पूजा शुरू हो जाएगी सुबह 4:00 बजे शिवजी की भस्म आरती विधिवत की जाएगी। इसके बाद 5:00 बजे से भक्तों के लिए मंदिर खोल दिया जाएगा। दिन भर पूजा पाठ होगा। रात को महादेव आरती के दौरान हाटकेश्वर नाथ को भांग के फूलों से सजाया जाएगा। शहद की धारा से अभिषेक करने की भी तैयारी है। वहां के पंडित सुरेश गिरी ने बताया की मंदिर के महंत लोचन गिरी महाराज पंचतत्व में लीन हो गए हैं जिसके कारण मंदिर में सामान्य तरह से आयोजन होगा। भक्तो के लिए मंदिर खुला रहेगा।
इसी तरह बूढ़ा तालाब बुदेश्वर मंदिर में भी महाशिवरात्रि की विशेष तैयारी के लिए की गई है। मंदिर को आकर्षक फूलों से सजा कर भगवान का भी विशेष शृंगार किया जा रहा है। पूरे मंदिर को एक विवाह मंडप की तरह सजाया गया है। सजावट के लिए खास तरह के फूलों का इस्तेमाल भी किया गया है। गर्भ ग्रह में महादेव और माता पार्वती का विवाह होगा। श्रृंगार में इसी तरह श्रृंगार भी इसी तर्ज पर किया गया। सुबह 4:00 बजे से महाआरती होगी। इसमें भक्त शामिल नहीं होंगे। सुबह से देर रात तक धार्मिक अनुष्ठान पाठ श्रृंगार हवन होगा रात 7:00 बजे पंचामृत से भगवान का अभिषेक किया जाएगा और इसके बाद महाआरती होगी। नहर पारा सिर्फ नीलकंठेश्वर मंदिर में भी शिवरात्रि धूमधाम से मनाई जाएगी। इस बारे में पुजारी नीलकंठ त्रिपाठी ने बताया की भगवान की पूजा 9 मार्च से ही खास तरह से शुरू कर दी गई है। 9 तारीख को चंदन और केसर का लेप लगाकर शिवजी की पूजा प्रारंभ हो चुकी है। 10 मार्च को महादेव की बारात प्रस्थान होगी। रात 12:00 बजे सरसों तेल से अभिषेक किया जाएगा। वही कल सुबह 6:00 बजे से फूलों का श्रृंगार होगा। दोपहर को 151 औषधि से महा अभिषेक शिवजी का किया जाएगा। रात के 8:00 बजे महाआरती और 10:00 बजे आरती होगी। हर साल की तरह इस साल भी रात 12:00 बजे पंचामृत अभिषेक होगा।