रायपुर। धर्मांतरण मसले में भाजपा का जेल भरो आंदोलन 28 सितंबर को है, यह पहले होना था लेकिन दो बेहद प्रभावी पूर्व विधायकों के निधन की वजह से यह कार्यक्रम आगे बढ़ा दिया गया था। पूर्व घोषित इस कार्यक्रम की रुपरेखा के तहत राजधानी के हर मंडल से कार्यकर्ता थाने पहुंचेंगे और घेराव करेंगे और तब तक नहीं हटेंगे जब तक कि उन्हें गिरफ्तार कर जेल नहीं भेजा जाता। सूत्रों के अनुसार भाजपा का यह कार्यक्रम और अधिक आक्रामक हो इसके लिए पार्टी के भीतर विमर्श का दौर जारी है। संगठन इसे लेकर दृढ़ मानस बना चुका है कि यह आंदोलन प्रतिकात्मक गिरफ़्तारी तक सीमित नहीं रहेगा, जेल भरो शब्द अपने अर्थ पूरा करें इसके लिए पूरी कवायद होगी, लेकिन राजनैतिक आंदोलन के अनुशासन के साथ। भीतरखाने से खबरें हैं कि, सीधे थाने चौकी पहुंचने के बजाय भाजपा मुख्यमंत्री निवास को घेरने की कार्ययोजना पर भी विचार कर रही है, हालांकि इसे लेकर अब तक कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। यह मसला विचार मंथन तक ही सीमित है। कल इस मसले को लेकर जबकि आंदोलन की रुपरेखा तय करने बैठक होगी तब कोई निर्णय औपचारिक रुप से सामने आएगा।