छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती शनिवार को राजधानी रायपुर में श्रद्धाभाव से मनाई गई। कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए सादगी पूर्ण समारोह आयोजित किया गया था। स्थानीय तात्यापारा स्थित कांस्य प्रतिमा पर दीपप्रज्वलन कर मराठा समाज, कुनबी समाज एवं नगर निगम के संस्कृति विभाग के अधिकारियों ने माल्यार्पण करके उनके दिखाए मार्ग पर चलने का आह्वान और संकल्प किया।
मराठा युवा समाज के नेतृत्व में टिकरापारा स्थित शिवाजी पार्क चौक पर दीप प्रज्वलन किया गया। इसके बाद युवा बाइक से करीब चार किलोमीटर दूर तात्यापारा स्थित कांस्य प्रतिमा स्थल पर पहुंचे और माल्यार्पण किया। मराठा युवा समाज के अध्यक्ष नीरज इंगले ने बताया कि शोभायात्रा में वीर शिवाजी महाराज की वेशभूषा में युवा घोड़े पर सवार होकर निकलते थे, लेकिन महामारी में गाइड लाइन को देखते हुए सादगी से जयंती उत्सव मनाया गया।
मराठा समाज के वरिष्ठ लोगों ने छत्रपति वीर शिवाजी महाराज के जीवन से प्रेरणा लेने की अपील युवाओं से की। वीर शिवाजी की तरह ही प्रत्येक युवा को अपने देश को आन, बान, शान बनाए रखने के लिए जीना चाहिए। समय आने पर यदि देश की रक्षा के लिए जान न्यौछावर करनी पड़े तो भी पीछे नहीं हटना चाहिए। छत्तीसगढ़ कुनबी महासंगठन के सचिव अमित डोये ने बताया कि मरीन ड्राइव से 20 फरवरी को बाइक रैली निकाली गई। इसे विधायक विकास उपाध्याय रैली को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। समाज ने निर्णय लिया है कि पर्यावरण की रक्षा के लिए पालिथिन का उपयोग नहीं करेंगे। घर-घर में कपड़े के थैले बांटेंगे। राजधानी में इसकी शुरुआत 20 फरवरी से की जाएगी। अन्य शहरों में पालिथिन का उपयोग नहीं करने का संकल्प लिया गया है।