मध्य प्रदेश के राजगढ़ में 41 लाख रुपये का कर्ज चुकाने के लिए पति ने पहले पत्नी पूजा मीणा का 15 लाख का बीमा कराया। बाद में बीमा राशि के रूप मे 30 लाख पाने के लिए मौका देखकर अपने तीन साथियों के साथ की पत्नी की हत्या कर दी। पुलिस की पड़ताल के बाद खुद पति ने अपराध स्वीकार किया है। पुलिस ने पति सहित चार पर मामला दर्ज कर दो की गिरफ्तारी कर ली है।
पुलिस के मुताबिक 26 जूलाई रात क़ो पुलिस क़ो सूचना मिली थी की ब्यावरा-भोपाल नेशनल हाईवे पर माना जोड़ के समीप पूजा पति बद्रीप्रसाद मीणा निवासी बिजोरी की किसी ने गोली मारकर हत्या कर दी है। घटनास्थल पर पति बद्री प्रसाद मीणा ने पुलिस क़ो बताया था कि माना जोड़ पर बिजोरी के नव निर्वाचित सरपंच मनोहर मीणा, बालकिशन, सोनू व हुकम ने रास्ता रोककर रुपयों के लेनदेन क़ो लेकर विवाद किया। इस दौरान पत्नी पूजा बीच बचाव करने आ गईं। बीच बचाव मेंं पत्नी पूजा के दाहिने और सीने पर गोली मार दी। इससे घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने शुरुआत में पति ने जिन लोगों पर आरोप लगाए थे उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली थी। इसके बाद जांंच की तो पता लगा कि पति खुद निगरानीशुदा बदमाश है। पति, पत्नी के बीच में 10 साल के बेटे को भोपाल पढ़ाने के लिए विवाद होता रहता था। इसके बाद पुलिस ने पति से सख्ती से पूछताछ की तो पति बद्रीप्रसाद ने अपना अपराध पुलिस के समक्ष स्वीकार कर लिया। उसने पुलिस क़ो बताया की उसके ऊपर 41 लाख रुपये का कर्ज है और कर्ज चुकाने के लिए कोई ठोस इंतजाम नहीं है। ऐसे मे पता किया की पत्नी की हत्या पर कितनी बीमा राशि मिलेगी। इसके बाद 16 जून क़ो पत्नी पूजा मीणा के नाम 15 लाख का बीमा करवाया था। हत्या पर 30 लाख प्राप्त करने के लिए दो साथियों के साथ मिलकर पत्नी की हत्या की थी। पुलिस ने पति बद्रीप्रसाद मीणा, साथी अजय उर्फ़ गोलू, शाकिर निवासी कुंवर कोठरी थाना बोड़ा, हुनर सिंह निवासी मोहन बड़ोदिया, जिला शाजापुर के खिलाफ हत्या सहित विभिन्न धाराओं मे मामला दर्ज कर लिया व बद्रीप्रसाद व हुनर सिंह क़ो गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया है।
हत्या व एक्सीडेंट पर कितनी राशि मिलेगी, यह तलाशता था पति इंटरनेट पर
पुलिस ने घटना मे शामिल वास्तविक आरोपितों तक पहुंचने के लिए पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़ी, जिसमें पाया कि घटना के कुछ ही दिन पहले 16 जून 2022 को पति ने अपनी पत्नी पूजा मीणा के नाम बीमा करवाया था 15 लाख का बीमा कराया था। बीमे की पहली तीमाही किस्त ₹21259 उसने जमा की थी। उसके बाद वह इंटरनेट पर यह सर्च करता रहता था कि पत्नी का एक्सीडेंट करने पर कितना पैसा मिलेगा और पत्नी को मारने पर कितना पैसा मिलेगा। पुलिस क़ो शक हुआ कि ज़ब पति पर कर्ज था तो पत्नी का बीमा कैसे कराया। साथ ही इंटरनेट पर पत्नी के एक्सीडेंट व हत्या पर राशि मिलने के बारे मे क्यों पड़ताल करता था।