रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच यूक्रेन के साथ खड़ा अमेरिका चाह कर भी उसे हथियारों की आपूर्ति नहीं कर पा रहा है। वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले कुछ समय से अमेरिकी कंपनियां यूक्रेन की मांग के मुताबिक रॉकेट मोटर नहीं बना पा रही हैं। इससे सप्लाई चेन में दिक्कत आ रही है। हालांकि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण हथियार बनाने वाली अमेरिकी कंपनियों की बिक्री में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
18 अप्रैल को वॉल स्ट्रीट जर्नल रिलीज की गई रिपोर्ट में हिमरास मिसाइल सिस्टम बनाने वाली लॉकहीड कंपनी ने बताया कि साल की पहली तिमाही में उसने एक लाख करोड़ रुपए की कमाई की है। हालांकि, प्रोडेक्शन में दिक्कत आने से वो GMLRS प्रोजेक्टाइल यूक्रेन नहीं भेज पा रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक प्रोजेक्टाइल का इस्तेमाल हिमारस मिसाइल सिस्टम में किया जाता है। ये हिमरास में लगने वाली मिसाइल और रॉकेट होते हैं। अमेरिका ने रूस से लड़ने के लिए यूक्रेन को 38 हिमरास मिसाइल सिस्टम दिए हैं, जो बिना प्रोजेक्टाइल के बेकार साबित होंगे। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन को अमेरिका से अब तक 5 हजार से ज्यादा प्रोजेक्टाइल मिले हैं।
पिछले हफ्ते ही एयरोजेट कंपनी से पेंटागन ने 17 हजार करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है। इसके बावजूद रॉकेट मोटर बनाने वाली ये कंपनी मार्टीन लॉकहीड को रॉकेट मोटर नहीं दे पा रही है। कंपनी का कहना है कि वो अभी भी पिछले साल फैक्टरी में लगी आग से उभर रहे हैं।