देशभर के सभी नगर निकायों में एक अप्रैल से जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र नहीं बन रहा है। इसकी वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना उठाना पड़ रहा है। नगर निगमों की बात करें तो हर दिन 25 से 30 जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र ऑनलाइन जारी किया जाता है। इस आधार पर पिछले 10 दिन से 200 से अधिक जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं हो सका है। पिछले आवेदनों की संख्या जोड़ ली जाए तो 300 से अधिक आवेदन पेंडिंग हैं।
इनमें से कई लोग ऐसे हैं, जिन्होंने शैक्षणिक कार्य और वीजा के लिए आवेदन कर रखा है। दरअसल जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र सीआरएस ओआरजी पोर्टल से लिंक है। सिर्फ झारखंड ही नहीं पूरे देश में इसी पोर्टल से जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र जारी होता है। इसको अपडेट करने की प्रक्रिया की जा रही है।
जानकारी के अनुसार सीआरएस ओआरजी पोर्टल के माध्यम से बनने वाले सभी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्रों को आधार कार्ड से जोड़ा जाएगा। इस वजह से जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र जारी नहीं हो पा रहा है। कार्यपालक पदाधिकारी मो अनीस ने संभावना जताई है कि 12 अप्रैल से प्रमाणपत्र बनना शुरू हो जाएगा। हालांकि निगम के सूत्र बताते हैं कि 12 से प्रमाणपत्र जारी होने की संभावना कम ही है। यह समस्या कब दूर होगी यह कहना मुश्किल है।