रायगढ़ । कोरोना की दूसरी लहर से बचाने के लिए लगाए गए लॉकडाउन को अब धीरे-धीरे खोला जा रहा है। कुछ पाबंदियों के साथ लोगों को छूट दी जा रही है। छत्तीसगढ़ में लगभग सभी जिलों में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो गई है। वहीं छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में अभी भी लॉकडाउन लगा हुआ है। ऐसे में जिला भारतीय जनता पार्टी ने जिला कलेक्टर से आवश्यक सावधानी बरतते एवं कोविड -19 के नियमों का पालन करते हुए रायगढ़ जिले को लॉक डाउन की स्थिति से बाहर लाने की मांग की है। जिलाध्यक्ष उमेश अग्रवाल के नेतृत्व में आशीष ताम्रकार, विवेक रंजन सिन्हा, कौशलेश मिश्रा ,आलोक सिंह , बब्बल पांडेय एवं आईटी सेल जिला संयोजक अंशु टुटेजा ने जिला कलेक्टर से मुलाकात कर जिला भाजपा की ओर से एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि अब कॉफी वक्त गुजर गया है। सम्पूर्ण प्रदेश में कोरोना संक्रमण दर आठ प्रतिशत होने पर जिले से क्रमवार लॉक डाउन से मुक्त किया जा रहा है किंतु रायगढ़ जिले में संक्रमण दर आठ प्रतिशत से कम होने के बावजूद लगातार लॉक डाउन की अवधि बार-बार बढाई जा रही है जिससे आम जनता में बेचैनी का आलम है। लोग तंग आ गए है इस जिंदगी से। दूसरी लहर के लॉक डाउन को अब दो महीने होने को है। मध्यम वर्गीय परिवारों की जमा पूंजी के साथ घरेलू जरूरत के सामान भी खत्म हो गए। राशन किराना दुकानें तो खुली पर खरीदने को पैसे होने चाहिए और पैसे के लिए काम काज पर लौटना जरूरी है। शासन की कोई योजना मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए नहीं हैं। कोरोना से जीवन बचाना जितना आवश्यक है उतना भूख से भी लोगों को बचाना जरूरी है। अत: अब वक्त आ गया है कि जिला प्रशासन सोसल डिस्टेंस के नियमों, कंटेनमेंट जोन के नियमों एवं दूसरे आवश्यक कदम उठाते हुए जिले को लॉक डाउन की स्थिति से बाहर लाये।