मोदी सरकार जल्द ही पढ़ाई, नौकरी, खेल और आधिकारिक या व्यापार संबंधी कार्यों के लिए विदेश जाने के इच्छुक लोगों को बूस्टर/सतर्कता डोज लगाने की अनुमति दे सकती है। इस पर भी चर्चा की जा रही है कि क्या विदेश जाने वाले यात्रियों को पैसे देकर निजी टीका केंद्रों पर बूस्टर डोज लेनी चाहिए। देश में अभी स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर के साथ ही साथ 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को सतर्कता डोज लगाई जा रही है।
नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू हो चुकी हैैं। हाल ही में उड्डयन मंत्रालय ने इस बात का उल्लेख किया था कि कुछ देशों में यात्रा के लिए तीसरी या बूस्टर डोज लेने की बाध्यता और यह आवश्यक कार्यों से बाहर जाने वाले भारतीय यात्रियों को कितना प्रभावित कर रहा है। यह भी पता चला है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को रोजगार, शिक्षा, या आधिकारिक/ व्यावसायिक प्रतिबद्धताओं इत्यादि के सिलसिले के लिए यात्रा करने के इच्छुक लोगों को एहतियाती डोज लेने की अनुमति देने के अनुरोध मिले हैैं।
एक अधिकारी ने बताया कि इसको देखते हुए मंत्रालय उपरोक्त कार्यों के सिलसिले में विदेश जाने वालों को बूस्टर/सतर्कता डोज लगवाने की अनुमति देने पर गंभीरता से विचार कर रहा है। हालांकि, मंत्रालय की तरफ से अभी तक इसको लेकर कोई आधिकारिक निर्देश नहीं जारी किए गए हैैं।